गौतम बुद्ध नगर में थाना बिसरख पुलिस ने सोमवार को जीएसटी फर्जीवाड़ा करने वाले बड़े नेटवर्क का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने पतवाड़ी क्षेत्र से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जांच में सामने आया है कि इन लोगों ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर 85 नकली फर्म रजिस्टर कर GST इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) के नाम पर 51 करोड़ रुपये की कर चोरी की है। यह जीएसटी घोटाला गौतम बुद्ध नगर चर्चा में बना हुआ है।
कैसे चलता था पूरा नेटवर्क?
पुलिस के अनुसार आरोपी फर्जी आधार, पैन, पहचान पत्र और किरायानामा के सहारे फर्जी फर्मों का रजिस्ट्रेशन करवाते थे। इन्हीं फर्मों के नाम पर बैंक खाते खुलवाए जाते थे और फिर फर्जी बिल जनरेट करके GST रिफंड का क्लेम किया जाता था। अब तक 87 मोबाइल नंबर और 18 सिम कार्ड इस्तेमाल होने का प्रमाण मिला है।
दोनों गिरफ्तार आरोपी, प्रवीन कुमार और सतेंद्र सिंह, पांच वर्षों में 350 करोड़ के फर्जी बिल जारी कर चुके थे। पुलिस ने बताया कि गिरोह का मास्टरमाइंड मोबाइल बंद करके फरार हो चुका है।
किन फर्मों के नाम पर खुलवाए गए खाते
बैंक ऑफ इंडिया की कई शाखाओं में रिद्धि सिद्धि एंटरप्राइजेज, भवानी इम्पेक्स, झलक एंटरप्राइजेज, गौरव एंटरप्राइजेज, दामिनी इंडिया इंटरनेशनल, राधिका एंटरप्राइजेज जैसी फर्जी फर्मों के नाम पर खाते खोले गए थे।
आगे की कार्रवाई
पुलिस सभी संदिग्ध खातों को फ्रीज कर रही है और GST विभाग व बैंक अधिकारियों की भूमिका की भी जांच होगी। पुलिस आईटी और व्हाट्सऐप डेटा एनालिसिस भी कर रही है।




