कांगेर घाटी में 5 से 7 दिसंबर तक बटरफ्लाई मीट
छत्तीसगढ़ स्थित कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान में इस वर्ष तीन दिवसीय “कांगेर वैली बटरफ्लाई मीट 2025” का आयोजन 5 से 7 दिसंबर तक किया जाएगा। राज्य शासन द्वारा आयोजित यह विशेष कार्यक्रम प्रकृति प्रेमियों और तितली शोधकर्ताओं के लिए एक अनोखा अवसर लेकर आ रहा है।
कांगेर घाटी को “जंगल का जीवित काव्य” कहा जाता है। यहां के घने वृक्ष, शांत पगडंडियां और रंग-बिरंगी तितलियां किसी कविता की तरह जीवन से जुड़ी कहानियां सुनाती हैं।
उद्देश्य: तितली संरक्षण और प्रकृति से जुड़ाव
इस शिविर का मुख्य उद्देश्य तितलियों की पहचान, प्रजातियों के अध्ययन और संरक्षण के महत्व को समझना है। साथ ही यह कार्यक्रम युवाओं में प्रकृति के प्रति संवेदनशीलता बढ़ाने का प्रयास भी है।
पहले दिन पंजीकरण, दूसरे दिन फील्ड ट्रेल
- पहला दिन: प्रतिभागियों का पंजीकरण कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान कार्यालय, जगदलपुर में होगा। इसके बाद उन्हें निर्धारित वन शिविरों में भेजा जाएगा।
- दूसरा दिन: जंगल में फील्ड ट्रेल होंगे। इसमें अनुभवी विशेषज्ञ प्रतिभागियों को तितलियों की विविध प्रजातियां, उनकी गतिविधियां और पारिस्थितिकी तंत्र से उनका संबंध समझाएंगे।
- तीसरा दिन: आधार शिविर में फोटो, डेटा और अनुभव साझा किए जाएंगे।
कौन कर सकता है भाग?
कार्यक्रम में वही लोग शामिल हो सकेंगे जो—
- प्रतिदिन 12–15 किमी जंगल में पैदल चलने में सक्षम हों,
- शारीरिक रूप से पूर्णतः स्वस्थ हों,
- तितली पहचान का बुनियादी ज्ञान रखते हों।
गंभीर चिकित्सकीय स्थिति वाले व्यक्तियों को भाग नहीं लेने की सलाह दी गई है।
पंजीकरण और शुल्क
- अंतिम तिथि: 20 नवंबर
- चयन सूची: 22 नवंबर
- शुल्क जमा: 25 नवंबर
- शुल्क: व्यक्तियों के लिए ₹2000, छात्रों के लिए ₹1500 (आवास सहित, यात्रा शामिल नहीं)।
महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश
शिविर के दौरान—
- धूम्रपान और शराब प्रतिबंधित होंगे,
- सुगंधित उत्पादों का उपयोग नहीं किया जाएगा,
- वन्यजीवों से दूरी बनाए रखनी होगी,
- गर्म कपड़े साथ रखना आवश्यक होगा।
पंजीकरण और सहायता के लिए व्हाट्सएप नंबर: 84355 62061, 82530 44935।




