ऑनलाइन फ्रॉड में फंसे 30 हजार रुपये साइबर क्राइम टीम ने कराए वापस
मीरजापुर, 5 दिसंबर। ऑनलाइन ठगी के मामलों में बढ़ोतरी के बीच मीरजापुर पुलिस की साइबर क्राइम टीम ने एक सराहनीय कदम उठाते हुए पीड़ित के 30 हजार रुपये सफलतापूर्वक वापस करा दिए। यह कार्रवाई थाना कोतवाली देहात की टीम ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सोमेन बर्मा के निर्देशन में की।
क्रेडिट कार्ड के माध्यम से हुई थी ठगी
ग्राम जमुनहिया निवासी आशीष यादव ने 12 सितंबर को एनसीआरपी पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत के अनुसार, क्रेडिट कार्ड के जरिए उनके खाते से 30,000 रुपये की धोखाधड़ी की गई थी। शिकायत मिलते ही साइबर टीम ने मामले में जांच तेज कर दी।
तकनीकी विश्लेषण कर ट्रांजैक्शन रोका गया
प्रभारी निरीक्षक अमित मिश्र के अनुसार, टीम ने तकनीकी विश्लेषण, बैंकिंग प्रक्रिया और डिजिटल ट्रेस के जरिए फ्रॉड ट्रांजैक्शन को रोकते हुए राशि को सुरक्षित किया। लगातार फॉलोअप और समन्वय के बाद पूरी 30,000 रुपये की रकम पीड़ित के खाते में रिफंड करा दी गई।
पीड़ित ने पुलिस टीम का धन्यवाद किया
धनराशि वापस मिलने पर आशीष यादव गुरुवार को थाने पहुंचे और साइबर क्राइम टीम व पुलिस अधिकारियों का आभार जताया। उन्होंने कहा कि समय रहते पुलिस ने मदद न की होती, तो पैसे वापस मिलना संभव नहीं था।
पुलिस की अपील: सतर्क रहें, संदिग्ध कॉल और लिंक से बचें
पुलिस ने नागरिकों को सलाह दी है कि वे किसी भी संदिग्ध कॉल, लिंक या ऐप डाउनलोड से बचें। ठगी का संदेह होते ही तुरंत 1930 हेल्पलाइन या एनसीआरपी पोर्टल पर शिकायत दर्ज करानी चाहिए।




