दिल्ली में अवैध दवा कारोबार पर सख्ती
नई दिल्ली। राजधानी में नकली और अवैध दवाओं के कारोबार पर लगाम लगाने के लिए दिल्ली सरकार ने सख्त कदम उठाए हैं। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. पंकज कुमार सिंह के मार्गदर्शन में सोमवार को ड्रग्स कंट्रोल विभाग ने दिल्ली के प्रमुख थोक दवा बाजार भागीरथ पैलेस में विशेष जांच एवं प्रवर्तन अभियान चलाया।
27 थोक दवा विक्रेताओं की हुई जांच
अभियान के दौरान क्षेत्र में कार्यरत 27 थोक दवा विक्रेताओं की गहन जांच की गई। जांच में 10 से अधिक फर्मों द्वारा ड्रग्स नियमों के उल्लंघन की पुष्टि हुई है। दोषी फर्मों के खिलाफ ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक्स एक्ट के तहत कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
204 दवाओं और मेडिकल उत्पादों के सैंपल लिए गए
जांच के दौरान सिरप, दवाइयों, कॉटन और सर्जिकल सामग्री सहित कुल 204 सैंपल एकत्र किए गए, जिन्हें गुणवत्ता परीक्षण के लिए प्रयोगशाला भेजा गया है। इसके अलावा, एक दुकान बिना वैध लाइसेंस के मेडिकल डिवाइस और सर्जिकल सामग्री बेचते हुए पकड़ी गई, जिस पर मेडिकल डिवाइस नियमों के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पहले भी हुई थी बड़ी बरामदगी
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. पंकज कुमार सिंह ने बताया कि इससे पहले दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच और साइबर सेल से मिली सूचना के आधार पर सदर बाजार के तेलीवाड़ा इलाके में देर रात छापेमारी की गई थी। इस कार्रवाई में बड़ी मात्रा में नकली और काउंटरफिट दवाइयां व एंटी-फंगल क्रीम बरामद की गईं। संबंधित परिसर बिना वैध लाइसेंस संचालित हो रहा था और वहां कोई खरीद-बिक्री का रिकॉर्ड भी नहीं मिला।
पड़ोसी राज्यों तक फैला नेटवर्क
प्रारंभिक जांच में यह भी सामने आया है कि बरामद नकली दवाओं की आपूर्ति पड़ोसी राज्यों और सीमावर्ती देशों तक की जा रही थी। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए संबंधित राज्यों के ड्रग्स कंट्रोल विभागों को अलर्ट कर दिया गया है।
जीरो टॉलरेंस नीति पर अडिग सरकार
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. पंकज कुमार सिंह ने स्पष्ट कहा कि नकली और अवैध दवाओं के खिलाफ दिल्ली सरकार की नीति जीरो टॉलरेंस की है। जनता के स्वास्थ्य के साथ किसी भी प्रकार का समझौता नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राजधानी में सुरक्षित, प्रभावी और गुणवत्तापूर्ण दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए ऐसे प्रवर्तन अभियान लगातार जारी रहेंगे।



