मध्य प्रदेश में ठंड का ट्रिपल अटैक, कई जिलों में पारा 5 डिग्री से नीचे, कोहरे से ट्रेनें-फ्लाइट लेट
भोपाल। मध्य प्रदेश में सर्दी ने अब गंभीर रूप ले लिया है। प्रदेश में शीतलहर, घना कोहरा और कड़ाके की ठंड के कारण लोगों की दिनचर्या प्रभावित हो रही है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले 24 घंटों में ठंड और बढ़ेगी। कई जिलों में न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला गया है, जबकि घने कोहरे के चलते रेल और हवाई सेवाएं प्रभावित हो रही हैं।
भोपाल में सीजन की सबसे सर्द रात
राजधानी भोपाल में इस सीजन की सबसे सर्द रात दर्ज की गई। मंगलवार रात यहां न्यूनतम तापमान 4.8 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से काफी कम है। यह बीते दस वर्षों में भोपाल की तीसरी सबसे ठंडी रात मानी जा रही है। भोपाल इस समय देश का आठवां और मध्य प्रदेश का दूसरा सबसे ठंडा शहर बन गया है।
इन जिलों में कोल्ड वेव और घने कोहरे का अलर्ट
मौसम विभाग ने बुधवार को भोपाल, रायसेन, राजगढ़, शाजापुर और सीहोर में कोल्ड वेव का अलर्ट जारी किया है। वहीं 22 जिलों में घने कोहरे की चेतावनी दी गई है। इनमें शामिल हैं—
ग्वालियर, मुरैना, भिंड, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना, सतना, रीवा, मऊगंज, मैहर, सीधी, सिंगरौली, शहडोल, उमरिया, कटनी, जबलपुर, दमोह, सागर और विदिशा।
इसके अलावा इंदौर, उज्जैन, देवास, नर्मदापुरम, नरसिंहपुर, मंडला, शिवपुरी, श्योपुर, नीमच और मंदसौर में भी हल्का से मध्यम कोहरा छाए रहने की संभावना है।
कई शहरों में पारा रिकॉर्ड स्तर तक गिरा
प्रदेश के कई शहरों में न्यूनतम तापमान तेजी से गिरा है।
- शाजापुर: 4.4 डिग्री (सबसे ठंडा)
- मंदसौर: 4.6 डिग्री
- इंदौर: 5.4 डिग्री
- पचमढ़ी: 5.2 डिग्री
- रीवा: 5.5 डिग्री
- ग्वालियर-जबलपुर: 9 डिग्री
- उज्जैन: 9.5 डिग्री
रीवा, सतना और सीधी में दृश्यता 200 से 500 मीटर तक सिमट गई है।
कोहरे से रेल और हवाई यातायात प्रभावित
उत्तर भारत और दिल्ली की ओर घने कोहरे का असर मध्य प्रदेश तक पहुंच गया है। दिल्ली से भोपाल आने वाली कई ट्रेनें 6 से 7 घंटे तक लेट रहीं। इससे यात्रियों को स्टेशनों पर लंबा इंतजार करना पड़ा। कोहरे के कारण कुछ फ्लाइट्स की टाइमिंग पर भी असर पड़ा है।
अगले 24 घंटों में और बढ़ेगी ठंड
मौसम विभाग के अनुसार, उत्तर भारत में सक्रिय शीतलहर और जेट स्ट्रीम के असर से मध्य प्रदेश में ठंड और तेज होगी। लोगों को सुबह और रात के समय विशेष सतर्कता बरतने, वाहनों को धीमी गति से चलाने और आवश्यक सावधानियां अपनाने की सलाह दी गई है।




