भोपाल | 26 दिसंबर
आज पूरे देश में वीर बाल दिवस मनाया जा रहा है। यह दिवस सिखों के दसवें गुरु गुरु गोबिंद सिंह जी के चार साहिबजादों —
साहिबजादा अजीत सिंह, साहिबजादा जुझार सिंह, साहिबजादा जोरावर सिंह और साहिबजादा फतेह सिंह —
के अद्वितीय बलिदान और साहस की स्मृति में मनाया जाता है।
इस अवसर पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उनके त्याग को नमन करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की।
मुख्यमंत्री का संदेश
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व ट्विटर) पर लिखा —
“परम श्रद्धेय गुरु गोबिंद सिंह जी के चार पुत्रों, साहिबजादा अजीत सिंह जी, साहिबजादा जुझार सिंह जी, साहिबजादा जोरावर सिंह जी और साहिबजादा फतेह सिंह जी के बलिदान दिवस ‘वीर बाल दिवस’ पर उन्हें सादर नमन-वंदन करता हूं। धर्म एवं मानवता के लिए उनका त्याग विश्व कल्याण का मार्ग प्रशस्त करता रहेगा।”
वीर बाल दिवस का महत्व
वीर बाल दिवस देश की नई पीढ़ी को यह संदेश देता है कि:
- धर्म की रक्षा
- मानवता की रक्षा
- और सत्य के लिए बलिदान
से बड़ा कोई कर्तव्य नहीं होता।
गुरु गोबिंद सिंह जी के साहिबजादों ने बहुत कम उम्र में अत्याचार के सामने झुकने से इनकार कर अपने प्राणों की आहुति दी और भारतीय इतिहास में वीरता की अमिट छाप छोड़ दी।
देशभर में आयोजन
इस अवसर पर देशभर में:
- स्कूलों
- धार्मिक संस्थानों
- और सरकारी मंचों
पर कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं ताकि बच्चों और युवाओं को इन वीर बालकों की गाथा से प्रेरणा मिल सके।




