🇮🇳 उत्तर बंगाल में बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ विरोध तेज
उत्तर बंगाल के चार सीमावर्ती जिलों — सिलीगुड़ी, मालदा, कूचबिहार और दक्षिण दिनाजपुर (बालुरघाट) — में होटल मालिकों ने बांग्लादेशी नागरिकों को कमरा देने से इनकार कर दिया है। होटलों के बाहर पोस्टर और फ्लेक्स लगाकर साफ संदेश दिया जा रहा है कि
“देश का अपमान करने वालों के लिए यहां कोई जगह नहीं है।”
🏨 होटल मालिकों का कड़ा रुख
बालुरघाट सहित सभी चार जिलों के होटल संगठनों ने एकजुट होकर यह फैसला लिया है। होटल मालिकों का कहना है कि वे किसी दबाव में नहीं, बल्कि राष्ट्रीय सम्मान के लिए यह कदम उठा रहे हैं।
उनका तर्क है कि भले ही इससे कारोबार प्रभावित हो, लेकिन देश की गरिमा से समझौता नहीं किया जाएगा।
😟 बांग्लादेशी नागरिकों को हो रही परेशानी
इलाज, व्यापार और अन्य जरूरतों के लिए भारत आए कई बांग्लादेशी नागरिकों को सिलीगुड़ी और मालदा में होटल नहीं मिल पा रहे हैं। बीते तीन दिनों में सीमा पार कर आए कई लोग
- रेलवे स्टेशन
- बस स्टैंड
- किराए के मकान
में अस्थायी रूप से रुकने को मजबूर हैं।
🚨 सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट
सिलीगुड़ी पुलिस कमिश्नरेट के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि वैध रूप से आए लोगों को कहीं न कहीं ठहरना ही होगा और पुलिस हालात पर नजर रखे हुए है।
📍 सीमा क्षेत्रों में असर
कूचबिहार के चांगड़ाबांधा और दक्षिण दिनाजपुर के हिली लैंड पोर्ट पर भी आवाजाही कम हो गई है। पहले जहां रोजाना बड़ी संख्या में लोग आते-जाते थे, अब यह संख्या घटकर लगभग 100 प्रतिदिन रह गई है।
💬 मालदा होटल एसोसिएशन का बयान
मालदा होटल ओनर्स एसोसिएशन का कहना है कि
“पहले बांग्लादेश में भारत विरोधी माहौल खत्म होना चाहिए, तभी होटल फिर से खोले जाएंगे।”




