📍 नई दिल्ली, 14 जून (हि.स.) — भारतीय फुटबॉल टीम के मुख्य कोच मनोलो मार्केज़ के भविष्य पर फैसला अब 29 जून को होने वाली AIFF की कार्यकारिणी बैठक में लिया जाएगा। अध्यक्ष कल्याण चौबे ने शुक्रवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि “बिना गोल के जीत संभव नहीं है,” और यह समय कठिन निर्णय लेने का है।
🧠 खराब प्रदर्शन बना चिंता का कारण
स्टिमाक के स्थान पर कोच बने मार्केज़ अब तक एक भी प्रतिस्पर्धात्मक मैच नहीं जीत पाए हैं। हालिया 0-1 हार (हॉन्गकॉन्ग) और बांग्लादेश से ड्रॉ के बाद आलोचनाएं तेज़ हो गई हैं।
📉 कोचों के प्रदर्शन की तुलना:
- कॉन्स्टैन्टाइन: प्रति मैच गोल – 1.64 | जीत प्रतिशत – 57%
- स्टिमाक: प्रति मैच गोल – 1.01 | जीत प्रतिशत – 35%
- मार्केज़: प्रति मैच गोल – 0.75 | जीत प्रतिशत – 13%
🌍 ओसीआई खिलाड़ियों को टीम में लाने की योजना
AIFF ने 33 भारतीय मूल के विदेशी खिलाड़ियों (OCI) से संपर्क किया है। चौबे ने कहा कि सरकार के विभिन्न मंत्रालयों से वार्ता शुरू हो चुकी है और शुरुआती प्रतिक्रिया सकारात्मक है।
⚽ भारतीय स्ट्राइकरों की कमी पर चिंता
ISL में भारतीय स्ट्राइकरों की संख्या कम होने से राष्ट्रीय टीम में सेंटर फॉरवर्ड की भूमिका प्रभावित हुई है। चौबे बोले, “हमने 10 वर्षों में अच्छा स्ट्राइकर नहीं गढ़ा; अब हमें सुनील छेत्री के बाद की तैयारी करनी है।”
🏆 2031 AFC एशियन कप की मेजबानी का दावा
भारत ने 2031 एशियन कप की मेजबानी के लिए इच्छा पत्र जमा कर दिया है। AIFF भविष्य में बीच सॉकर और फुटसाल टूर्नामेंट की मेजबानी की भी योजना बना रहा है।
📌 न्यायिक मामलों पर चिंता
चौबे ने माना कि एआईएफएफ का समय और संसाधन अदालतों में खर्च हो रहा है, जिसे विकास कार्यों में लगाना ज़रूरी है।