🔴 अनुच्छेद 370 विरोध मार्च को पुलिस ने क्यों रोका?
श्रीनगर में मंगलवार को नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) ने अनुच्छेद 370 के निरस्तीकरण के खिलाफ मार्च निकाला, जिसे पुलिस ने बीच में ही रोक दिया। यह विरोध उस फैसले के छह साल पूरे होने पर आयोजित किया गया, जिसमें जम्मू-कश्मीर से राज्य का दर्जा छीनकर उसे केंद्र शासित प्रदेश बना दिया गया था।
🔶 नारे और नाराज़गी, लेकिन दरवाज़े बंद
एनसी के वरिष्ठ नेता और विधायक नवा-ए-सुबह पार्टी दफ्तर में एकत्र हुए और लाल चौक की ओर कूच करना चाहा। लेकिन पुलिस ने गेट बंद कर दिया। प्रवक्ता इमरान नबी डार के अनुसार, कुछ नेताओं को धक्का दिया गया और विधायक सलमान सागर घायल भी हो गए।
🔶 “राज्य का दर्जा चाहिए”: एनसी की मांग
नेता लगातार अनुच्छेद 370 को बहाल करने और राज्य का दर्जा वापस दिलाने की मांग कर रहे हैं। प्रदर्शनकारी लाल चौक के ऐतिहासिक घंटाघर तक पहुंचना चाहते थे लेकिन पुलिस ने इसकी अनुमति नहीं दी।
🔷 विपक्ष की तीखी प्रतिक्रियाएं
सज्जाद लोन ने 5 अगस्त को “लोकतंत्र के लिए काला दिन” बताया। उन्होंने कहा, “गौरव छीन लिया गया लेकिन उम्मीद नहीं।” वहीं अल्ताफ बुखारी ने कहा कि ये संवैधानिक परिवर्तन लोगों के दिलों पर गहरे ज़ख्म हैं। उन्होंने केंद्र से लोकतांत्रिक अधिकारों की बहाली की मांग की।