– बुंदेलखंड क्षेत्र के 6 जिलों की 670 ग्राम पंचायतों में लागू है योजना
भोपाल, 30 जनवरी (हि.स.)। जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने कहा है कि अटल भूजल योजना और केन-बेतवा लिंक परियोजना से बुंदेलखंड क्षेत्र के जल संसाधनों की तस्वीर बदल रही है। क्षेत्र के भूजल स्तर में वृद्धि से जल स्रोत पुनर्जीवित हो रहे हैं। योजना के प्रारंभ होने के बाद से इस क्षेत्र की 173 ग्राम पंचायतों के भूजल स्तर में बढ़ोतरी हुई है, वहीं दो विकासखंड भूजल दोहन के लिए सुरक्षित श्रेणी में आ गए हैं। अटल भूजल योजना मध्य प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र के 6 जिलों टीकमगढ़, निवाड़ी, छतरपुर, पन्ना, दमोह और सागर की 670 ग्राम पंचायतों में जल संसाधन विभाग द्वारा क्रियान्वित की जा रही है।
मंत्री सिलावट ने गुरुवार को एक बयान में बताया कि अटल भूजल योजना भूजल प्रबंधन की एक महत्वाकांक्षी योजना है। पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेई की 95 वीं जयंती पर 25 दिसंबर 2019 को इस योजना का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया था। योजना का उद्देश्य संबंधित विभागों द्वारा सामुदायिक भागीदारी से भूजल स्तर में गिरावट को रोकना और भूजल प्रबंधन में सुधार करना है। प्रदेश में योजना के अंतर्गत भूजल संरक्षण के लिए सामाजिक संगठनों के सहयोग से विभिन्न प्रयास किया जा रहे हैं, जिनके सुखद परिणाम मिल रहे हैं। जल शक्ति मंत्रालय भारत सरकार द्वारा मध्य प्रदेश के अन्य अति दोहित विकासखंडों में भी राज्य शासन के माध्यम से इस योजना को लागू करने पर विचार किया जा रहा है।