बलोचिस्तान हमला में पाकिस्तानी सेना को भारी नुकसान
क्वेटा, 10 अक्टूबर (हि.स.)। सात अक्टूबर को बलोचिस्तान हमला में बलोचिस्तान लिबरेशन फ्रंट (बीएलएफ) ने पाकिस्तानी सेना के शिविर पर हमला किया। इस हमले में 14 जवान शहीद और चार गंभीर रूप से घायल हो गए। बीएलएफ प्रवक्ता मेजर घोरम बलोच ने बयान जारी कर हमले की जानकारी दी।
हमले की योजना और कार्रवाई
प्रवक्ता के अनुसार, शाम 5 बजे बलघाटर क्षेत्र में चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे पर स्थित सेना की चौकी को निशाना बनाया गया। तीन घंटे तक जारी भारी हथियारों के हमले में चौकी पर कब्जा किया गया और हथियार व सैन्य उपकरण अपने कब्जे में ले लिए गए। इस दौरान फ्रंट के प्रमुख अब्दुल्ला दियार उर्फ सोगहत शहीद हो गए।
पाकिस्तानी सेना की प्रतिक्रिया
चौकी पर कब्जे के बाद पाकिस्तान की त्वरित प्रतिक्रिया बल के चार वाहन हमला स्थल पर भेजे गए। बीएलएफ लड़ाकों ने इन बलों पर घात लगाकर पीछे हटने पर मजबूर कर दिया। दो क्वाडकॉप्टर और एक ड्रोन कैमरा भी मार गिराया गया।
हमले का बीएलएफ बयान
बलोचिस्तान हमला के बारे में बीएलएफ ने कहा कि पाकिस्तान की सेना मनोवैज्ञानिक रूप से पराजित हो चुकी है और मृत सैनिकों को स्वीकार करने को तैयार नहीं। फ्रंट ने इस हमले की जिम्मेदारी स्पष्ट रूप से स्वीकार की।
बलोचिस्तान का सुरक्षा परिदृश्य
यह हमला बलोचिस्तान में बढ़ते सुरक्षा खतरों को उजागर करता है। बलोचिस्तान हमला ने क्षेत्र में तनाव और उच्च सुरक्षा सतर्कता को और बढ़ा दिया है।