एसआईआर विरोध के दौरान बढ़ा तनाव
पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले के मगराहाट क्षेत्र में सोमवार को चुनाव आयोग द्वारा नियुक्त विशेष पर्यवेक्षक सी. मुरुगन को कड़े विरोध का सामना करना पड़ा। मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के खिलाफ बड़ी संख्या में महिलाओं ने नारेबाजी करते हुए उनके वाहन को घेर लिया और कार के पिछले दरवाजे का लॉक क्षतिग्रस्त कर दिया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, प्रदर्शनकारी महिलाएं एसआईआर प्रक्रिया को लेकर असंतोष जता रही थीं। इसके साथ ही वे केंद्र सरकार पर 100 दिन के काम की योजना का फंड रोकने का आरोप लगाते हुए “गो बैक” के नारे भी लगा रही थीं। अचानक बढ़ी भीड़ के कारण इलाके में कुछ देर के लिए तनाव की स्थिति बन गई।
स्कूल में चल रही थी सुनवाई
यह घटना उस समय हुई जब विशेष पर्यवेक्षक सी. मुरुगन डायमंड हार्बर लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत एक स्कूल में एसआईआर से जुड़ी सुनवाई में भाग लेने पहुंचे थे। प्रदर्शनकारियों की मांग थी कि सुनवाई के दौरान बूथ लेवल एजेंट-2 की मौजूदगी सुनिश्चित की जाए।
स्थिति इतनी बिगड़ गई कि मौके पर मौजूद पुलिस भी तुरंत हालात को नियंत्रित नहीं कर सकी। भारी विरोध के चलते पर्यवेक्षक को स्कूल के अंदर प्रवेश करने और बाहर निकलने दोनों समय कठिनाई का सामना करना पड़ा।
मुरुगन का बयान
घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए सी. मुरुगन ने कहा कि वह चुनाव आयोग के प्रतिनिधि के रूप में अपने कर्तव्यों का पालन कर रहे थे और उन्होंने नियमानुसार ही कार्य किया। उन्होंने कहा कि उन्हें किसी अतिरिक्त सुरक्षा की आवश्यकता नहीं है।




