डिजिटल भविष्य की ओर कदम
बीजापुर जिला प्रशासन ने छात्रों के लिए बीजापुर एआई प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत की है। यह पांच दिवसीय निःशुल्क कोर्स स्कूल और कॉलेज के विद्यार्थियों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की नई तकनीकों और उनके व्यावहारिक उपयोग से जोड़ेगा।
उद्घाटन और उद्देश्य
कलेक्टर साबित मिश्रा ने बुधवार को कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए एआई को भविष्य की सबसे अहम तकनीकों में से एक बताया। उन्होंने युवाओं को इस अवसर का लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया। बीजापुर एआई प्रशिक्षण के माध्यम से छात्र न केवल एआई की बुनियादी जानकारी पाएंगे, बल्कि विभिन्न क्षेत्रों में इसके उपयोग को भी समझ सकेंगे।
राष्ट्रीय पहल से जुड़ाव
यह पहल भारत सरकार के “एआई फॉर इंडिया 2.0” कार्यक्रम से प्रेरित है, जिसे केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने 15 जुलाई को लॉन्च किया था। यह ऑनलाइन मिलने वाला प्रशिक्षण युवाओं को तकनीकी कौशल बढ़ाने में मदद करेगा और करियर में नए अवसर खोलेगा।
सहयोग और भाषाएं
कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय की देखरेख में शुरू यह कार्यक्रम स्किल इंडिया, आईआईटी मद्रास, आईआईएम अहमदाबाद की कंपनी जीयूवीआई का संयुक्त प्रयास है। देश की भाषाई विविधता को देखते हुए कोर्स नौ भाषाओं — हिंदी, अंग्रेजी, तमिल, तेलुगु, कन्नड़, मलयालम, उड़िया, मराठी और गुजराती — में उपलब्ध कराया गया है।
युवाओं के लिए बड़ा अवसर
जिला प्रशासन का मानना है कि बीजापुर एआई प्रशिक्षण से युवा डिजिटल युग में अग्रणी भूमिका निभा सकेंगे। यह प्रशिक्षण न केवल तकनीकी ज्ञान देगा, बल्कि आत्मविश्वास और रोजगार के नए रास्ते भी खोलेगा।