भोपाल। देश आज विजय दिवस मना रहा है। 16 दिसंबर 1971 भारतीय इतिहास का वह स्वर्णिम दिन है, जब भारतीय सेना के अदम्य साहस और रणनीतिक कौशल के सामने पाकिस्तानी सेना को घुटने टेकने पड़े थे। इस ऐतिहासिक युद्ध में पाकिस्तान के 93 हजार सैनिकों ने आत्मसमर्पण किया था और भारत ने निर्णायक विजय हासिल की थी।
इस गौरवशाली अवसर पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने वीर जवानों के शौर्य और पराक्रम को नमन करते हुए शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर अपने संदेश में कहा—
“विजय दिवस पर वीर जवानों के शौर्य को नमन और शहीद जवानों को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। 16 दिसंबर, 1971 का दिन हमारी भारतीय सेना के अदम्य साहस, अनुशासन और रणनीतिक दक्षता का स्वर्णिम अध्याय है, जब पाकिस्तानी सेना ने घुटने टेक दिए थे। आज भी संपूर्ण राष्ट्र इस शौर्य पर गौरवान्वित है।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय सेना का यह पराक्रम आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्रोत है और देश की एकता, अखंडता एवं संप्रभुता की रक्षा में सैनिकों का योगदान अतुलनीय है।
विजय दिवस के अवसर पर प्रदेशभर में विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से वीर सैनिकों को सम्मान और शहीदों को श्रद्धांजलि दी जा रही है। यह दिन भारतीय सेना की वीरता, बलिदान और राष्ट्रभक्ति को स्मरण करने का प्रतीक है।




