📍 भागलपुर, 5 जून (हि.स.) – बिहार में कोरोना संक्रमण के मामले एक बार फिर बढ़ने लगे हैं, खासकर राजधानी पटना में संक्रमितों की संख्या में हाल ही में तेजी देखी गई है। इस स्थिति को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट मोड में काम शुरू कर दिया है और सभी अस्पतालों को आवश्यक तैयारी के निर्देश दिए हैं।
🏥 मायागंज अस्पताल में मॉकड्रिल:
पूर्वी बिहार के सबसे बड़े अस्पताल मायागंज मेडिकल कॉलेज में गुरुवार को मॉकड्रिल का आयोजन किया गया। इसका उद्देश्य संभावित आपातकालीन परिस्थितियों में स्वास्थ्य सेवाओं की तैयारी की जांच करना था।
- यह मॉकड्रिल डॉ. अभिलेश कुमार के नेतृत्व में डॉक्टरों की 10 सदस्यीय विशेष टीम की निगरानी में हुई।
- 20 बेड वाला कोविड वार्ड पहले से ही तैयार है।
- ऑक्सीजन प्लांट पूरी तरह क्रियाशील कर दिया गया है।
🔍 स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा और समन्वय:
- राज्य सरकार ने सभी अस्पताल अधीक्षकों और संबंधित अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से नियमित समीक्षा बैठकें शुरू कर दी हैं।
- पिछली लहरों की तुलना में इस बार प्रशासन और स्वास्थ्य तंत्र अधिक सतर्क हैं।
🧼 संक्रमण से बचाव के पुख्ता इंतजाम:
- साफ-सफाई, सैनिटाइजेशन, आइसोलेशन बेड, वेंटिलेटर, दवाइयां, मेडिकल स्टाफ, और ऑक्सीजन सप्लाई की पूरी व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।
- नोडल अधिकारी को कोविड से जुड़े सभी मानकों का पालन कराने के निर्देश दिए गए हैं।
🔔 सावधानी की अपील:
स्वास्थ्य विभाग ने जनता से अपील की है कि सावधानी और सतर्कता ही संक्रमण से बचने का सबसे प्रभावी उपाय है। मास्क पहनना, सोशल डिस्टेंसिंग और सैनिटाइजेशन के नियमों का पालन अनिवार्य है।
📢 निष्कर्ष:
बिहार सरकार कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को लेकर पूरी तरह सतर्क और तैयार है। अस्पतालों में मॉकड्रिल के माध्यम से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि किसी भी आपातकाल की स्थिति में कोई भी कोताही न हो।