नई दिल्ली, 11 अक्टूबर (हि.स.)। दिल्ली सरकार के तीन दिवसीय स्वदेशी उत्सव 2025 में उम्मीद से कम बिक्री होने के बावजूद महिला उद्यमियों का उत्साह बना हुआ है। उन्हें उम्मीद है कि भविष्य में दिल्ली सरकार की मदद से विश्व व्यापार मेले में अपने उत्पादों के स्टाल लगाने का अवसर मिलेगा।
महिला उद्यमियों की प्रतिक्रिया
उत्सव में पहाड़ी आचार की स्टॉल लगाने वाली ललिता देवी ने बताया कि उन्होंने आचार बनाने की शुरूआत एक साल पहले की थी और अब दस महिलाओं को रोजगार देती हैं। हालांकि अभी तक उनकी बिक्री केवल तीन हजार रुपये की रही है, फिर भी वे दिल्ली सरकार की इस पहल से खुश हैं।
तृप्ति मसाला की उद्यमी रामा ने कहा कि उनकी बिक्री अब तक पांच हजार रुपये की रही, लेकिन सरकार के आयोजनों से उन्हें अपने उत्पादों का प्रचार करने और महिला उद्यमियों को प्रोत्साहित करने का मौका मिला है।
सहायता समूह और अन्य उद्यमियों की प्रतिक्रिया
लक्ष्मी सिंह, नया रास्ता स्वयं सहायता समूह की अध्यक्ष ने बताया कि भीड़ कम होने के कारण बिक्री कम हुई। वहीं जसलीन कौर, जीएसजी हैंडीक्रैप्स से शतरंज बोर्ड बेचने वाली उद्यमी, ने कहा कि उन्होंने अब तक लगभग दस हजार रुपये की बिक्री की है और सरकार के कदमों से उन्हें भविष्य में और अवसर मिलने की उम्मीद है।
दिल्ली सरकार की पहल
दिल्ली सरकार ने एमएसएमई, महिला उद्यमियों, शिल्पकारों, एसएचजी और एससी/एसटी उद्यमियों को मुफ्त स्टॉल प्रदान किए और स्वदेशी वस्तुओं की खरीददारी के लिए लोगों को प्रोत्साहित किया। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने स्वदेशी उत्पादों की महत्ता और स्थानीय उद्यमियों को बढ़ावा देने पर जोर दिया।
स्वदेशी उत्सव ने स्थानीय महिला उद्यमियों को न केवल अपने उत्पादों को प्रदर्शित करने का अवसर दिया, बल्कि उन्हें भविष्य में बड़े आयोजनों और व्यापार मेले में भाग लेने की प्रेरणा भी दी।