नई दिल्ली, 13 जून (हि.स.)
बिहार सरकार की विभिन्न विभागीय निविदाओं में कथित अनियमितताओं को लेकर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार को धन शोधन (मनी लॉन्ड्रिंग) मामले की जांच के तहत बिहार, गुजरात और हरियाणा में कई ठिकानों पर छापेमारी की। छापेमारी के दौरान आपत्तिजनक दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य बरामद किए गए हैं।
ईडी ने जानकारी दी कि यह कार्रवाई पटना के ठेकेदार रिशु श्री और उनके सहयोगियों के खिलाफ चल रही जांच के तहत की गई। 12 जून को पटना, मुजफ्फरपुर (बिहार), सूरत (गुजरात) और पानीपत (हरियाणा) में कुल 9 ठिकानों पर तलाशी ली गई।
🏗️ किन विभागों में हुईं अनियमितताएं?
ईडी के अनुसार, रिशु श्री की कंपनियों को जल संसाधन, स्वास्थ्य, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी, शहरी विकास, बिहार शहरी आधारभूत संरचना विकास निगम, शिक्षा, भवन निर्माण और ग्रामीण कार्य विभाग से बड़े पैमाने पर ठेके और उप-ठेके मिले थे।
💼 पहले भी जब्त हुई थी भारी नकदी
मार्च 2024 में इसी मामले से जुड़े कुछ सरकारी अधिकारियों के ठिकानों पर भी छापेमारी हुई थी, जिसमें ₹11.64 करोड़ नकद जब्त किए गए थे। यह मामला बिहार की विशेष सतर्कता इकाई (Special Vigilance Unit – SVU) द्वारा दर्ज प्राथमिकी के आधार पर ईडी को सौंपा गया था।
🕵️♀️ आगे की जांच जारी
ईडी ने कहा है कि जब्त दस्तावेजों और डिजिटल सबूतों की फॉरेंसिक जांच की जा रही है। आगे की पूछताछ और संभवतः कई और अधिकारियों व ठेकेदारों की कड़ियों की जांच की जाएगी।