राज्यपाल ने जेएनवीयू में उच्च शिक्षा की समीक्षा की
जोधपुर, 4 दिसंबर। जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय (जेएनवीयू) में उच्च शिक्षा गुणवत्ता और नई शिक्षा नीति 2020 के क्रियान्वयन को लेकर मंगलवार को आयोजित विशेष समीक्षा बैठक में राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए।
विद्यार्थियों की उपस्थिति अनिवार्य—दो बार दर्ज होगी उपस्थिति
राज्यपाल बागडे ने कहा कि विश्वविद्यालयों का प्रमुख उद्देश्य मूल्यपरक, समग्र और व्यावहारिक शिक्षा के माध्यम से देश के लिए सुयोग्य नागरिक तैयार करना है।
उन्होंने कक्षाओं में विद्यार्थियों की उपस्थिति अनिवार्य करने के साथ आने और जाने — दोनों समय उपस्थिति दर्ज कराने पर जोर दिया।
उनका कहना था कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा वही है जो ज्ञान के साथ चरित्र, कौशल और नैतिक मूल्यों का निर्माण करे।
नई शिक्षा नीति को समयबद्ध लागू करने के निर्देश
राज्यपाल ने विश्वविद्यालय प्रशासन को NEP-2020 को समयसीमा में लागू करने के निर्देश दिए।
उन्होंने भारतीय ज्ञान परंपरा, प्राकृतिक खेती और नवाचारों को व्यावहारिक शिक्षण मॉडल के रूप में विकसित करने की आवश्यकता बताई।
गोद लिए गए गांवों में इन मॉडलों को लागू करने की पहल को भी उन्होंने सराहा।
वित्तीय अनुशासन और रिक्त पदों की शीघ्र भर्ती पर जोर
समीक्षा बैठक में विश्वविद्यालय की वित्तीय स्थिति, अनुसंधान माहौल और रिक्त पदों को लेकर भी विस्तृत चर्चा हुई।
राज्यपाल ने निर्देश दिया कि वित्तीय अनुशासन बनाए रखा जाए, संसाधनों का बेहतर उपयोग हो और रिक्त पदों को तुरंत भरा जाए, जिससे शैक्षणिक और प्रशासनिक कार्य प्रभावित न हों।
आज तीन विश्वविद्यालयों में करेंगे बैठकें
राज्यपाल गुरुवार सुबह 10 बजे आयुर्वेद विश्वविद्यालय, 11:55 बजे कृषि विश्वविद्यालय और दोपहर 3:50 बजे एमबीएम विश्वविद्यालय में समीक्षा बैठकें करेंगे। इसके बाद वे शाम 5:45 बजे जयपुर के लिए प्रस्थान करेंगे।




