हरिद्वार, 6 नवंबर (हि.स.)। ज्वालापुर कांग्रेस विधायक रवि बहादुर ने कहा कि हरिद्वार के सम्मान की लड़ाई सदन से सड़क तक लड़ी जाएगी। हरिद्वार प्रदेश को सबसे अधिक राजस्व देने वाला जिला होने के बावजूद जिले के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। खासकर हरिद्वार में मूल निवास के बजाए स्थाई निवास देने और स्मार्ट बिजली मीटर लगाने जैसे मुद्दे जनता के हित के खिलाफ हैं।
गुरुवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से बातचीत के दौरान रवि बहादुर ने बताया कि सदन नियमों के अनुसार चलता है। राज्य की रजत जयंती पर चर्चा एजेंडे में थी, लेकिन कुछ विधायकों ने जानबूझकर पहाड़-मैदान विवाद खड़ा किया। उन्होंने कहा कि पर्वतीय जिलों को कृषि सब्सिडी अधिक मिलती है, जबकि मैदानी जिलों में कम है। बिजली दरों में भी अंतर है और भू-कानून मैदानी जिलों के पक्ष में है।
रवि बहादुर ने जोर देकर कहा कि यह मुद्दा किसी दल विशेष का नहीं, बल्कि हरिद्वार के सम्मान का है। उन्होंने सभी 11 हरिद्वार के विधायकों को इस मुद्दे पर एकजुट होकर कदम उठाने का आह्वान किया और भाजपा के विधायकों से भी बात करेंगे। उनका कहना है कि ‘एक प्रदेश, एक नियम’ की नीति को लेकर वे जनता के बीच जाएंगे।



