हिसार, 22 अक्टूबर (हि.स.)। हिसार-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे पर बुधवार को गांव सरसौद के पास धान से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली पलट गई। हादसे में चालक बाल-बाल बच गया, लेकिन ट्रॉली में भरा धान सड़क पर जमा पानी में गिर गया, जिससे किसान को आर्थिक नुकसान हुआ।
गड्ढों और पानी से बढ़ रहा खतरा
ग्रामीणों के अनुसार, हाईवे पर लंबे समय से पानी और गहरे गड्ढे बने हुए हैं। इन्हीं कारणों से आए दिन हादसे हो रहे हैं, मगर प्रशासन और एनएचएआई की ओर से अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
ग्रामीणों की नाराजगी
स्थानीय लोगों मनोज, संदीप, कुलदीप ने बताया कि अगस्त-सितंबर की बारिश के दौरान गांव पंघाल और राजली की ओर से बरसाती पानी बहकर सरसौद की तरफ आता है। इससे हाईवे पर लंबे समय तक पानी जमा रहता है और सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं।
उन्होंने बताया कि पहले राजली गांव की ओर से आने वाले पानी को पाइप लगाकर निकाला जा रहा था, लेकिन हाल में पानी का प्रवाह रोक दिया गया है। अब सारा पानी हाईवे पर इकट्ठा हो रहा है, जिससे वाहन चालकों को मुश्किलें झेलनी पड़ रही हैं।
प्रशासन की अनदेखी
वाहन चालकों डॉ. सूरज प्रकाश, नरेंद्र, सुरेंद्र और रणधीर ने कहा कि वे पिछले डेढ़ महीने से इसी परेशानी का सामना कर रहे हैं। बरसाती पानी और टूटी सड़क के कारण कई हादसे हो चुके हैं, लेकिन प्रशासन और एनएचएआई की ओर से स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है।
निष्कर्ष
स्थानीय लोगों ने मांग की है कि प्रशासन जल्द से जल्द हाईवे की मरम्मत कराए और पानी की निकासी की उचित व्यवस्था करे, ताकि भविष्य में ऐसे हादसों को रोका जा सके।