जयपुर, 7 फ़रवरी (हि.स.)। अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ के बैनर तले प्रदेश के 41 जिला मुख्यालयाें पर शुक्रवार को महासंघ की जिला शाखाओं के द्वारा 11 सूत्रीय मांग पत्र के पक्ष में एवं खेमराज चौधरी समिति की रिपोर्ट के विरोध में होली जलाकर विरोध प्रदर्शन किया गया।
जयपुर जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय पर आयोजित धरना प्रदर्शन को संबोधित करते हुए महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष महावीर शर्मा ने कहा कि महासंघ का 11 सूत्रीय मांग पत्र लंबे समय से सरकार के विचाराधीन है, लेकिन मांग पत्र की मांगों पर सरकार की संवादहीनता आश्चर्यजनक है। इसके साथ ही खेमराज चौधरी समिति की रिपोर्ट में अधीनस्थ सेवाओं के आठ लाख कर्मचारियों की वित्तीय एवं प्रशासनिक हितों की जो उपेक्षा की गई है। उससे कर्मचारियों में जबरदस्त निराशा एवं आक्रोश व्याप्त है। उन्होंने आरोप लगाया कि खेमराज समिति की रिपोर्ट शासन एवं सरकार के इशारों पर बनाई गई है। रिपोर्ट में राज्य सेवा के उन अधिकारियों को लाभान्वित किया गया है जो ज्ञापन देने भी नहीं गये एवं जिन कर्मचारी संगठनों ने सम्पूर्ण तथ्यों के साथ अपना पक्ष रखा उनकी एक भी मांग स्वीकार नहीं की गई हैै। इसलिए महासंघ खेमराज समिति की रिपोर्ट की होली जलाने को विवश हुआ है। खेमराज समिति की रिपोर्ट में प्रदेश के 9 लाख कर्मचारियों में से मुश्किल से एक प्रतिशत कर्मचारियों को कुछ राहत दी गई है।
महासंघ के प्रदेश महामंत्री महावीर सिहाग ने धरने को संबोधित करते हुए कहा कि महासंघ के मांग पत्र की मुख्य मांग- पीएफआरडीए बिल रद्द करना, एनपीएस में काटे गये 53 हजार करोड़ रुपये जीपीएफ खातों में जमा कराना, अधीनस्थ सेवा के कर्मचारियों को पदोन्नति के समान अवसर उपलब्ध करवाना, 9, 18, 27 वर्ष की सेवा पर चयनित वेतनमान के स्थान पर 8, 16, 24 एवं 32 वर्ष की सेवा पर चयनित वेतनमान उपलब्ध करवाना, 8वें वेतनमान लागू होने से पूर्व कर्मचारियों की वेतन विसंगति दूर करना एवं न्यूनतम वेतनमान 26 हजार करना, तृतीय श्रेणी अध्यापकों के स्थानान्तरण करना एवं सभी विभगों की लम्बित पदोन्नति करना है, यदि महासंघ के साथ द्विपक्षीय वार्ता कर मांगों पर सकारात्मक निर्णय नहीं किया गया तो महासंघ आंदोलनात्मक गतिविधियां तेज करेगा।
महासंघ के प्रदेश प्रवक्ता भगवती प्रसाद ने बताया कि जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय जयपुर पर सैंकडों कर्मचारियों ने एकत्र होकर कर खेमराज समिति की रिपोर्ट की होली जलाकर विरोध प्रदर्शन करते हुए जिला कलक्टर के माध्यम से मुख्य सचिव को ज्ञापन दिया। धरने में सम्पूर्ण प्रदेश में महासंघ से सम्बद्ध 88 संगठनों के हजारों कर्मचारियों सहित महासंघ की प्रदेश कार्यकारिणी के पदाधिकारियों ने भाग लिया।