📍 कहां का है मामला?
हरियाणा के झज्जर में जर्जर स्कूल राजकीय प्राथमिक पाठशाला में हालात चिंताजनक हैं।
- स्कूल का भवन साल 1967 में बना था।
- शुरू में 4 कमरे, बाद में सरकार द्वारा 3 और कमरे बनाए गए।
- अब कुल 7 कमरों में से 4 जर्जर हालत में हैं।
- बच्चों को मजबूरन बरामदे या खुले में बैठकर पढ़ाई करनी पड़ रही है।
⚠️ खतरे की स्थिति
- जर्जर कमरों की छतों से प्लास्टर गिरता है।
- दीवारों में दरारें, बारिश में पानी भर जाता है।
- भवन को “खराब घोषित” कर दिया गया है।
- इसके बावजूद कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई।
🏛️ प्रशासन ने क्या किया?
- स्कूल प्रशासन ने विभाग को कई बार लिखा, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई।
- बच्चों की सुरक्षा और पढ़ाई दोनों पर असर पड़ रहा है।
- अभिभावकों में रोष है कि सरकार केवल वादे करती है, समाधान नहीं।
📢 झज्जर में जर्जर स्कूल, स्थानीय लोगों की मांग
- जल्द से जल्द नया स्कूल भवन बनाया जाए।
- जर्जर कमरों को गिराकर स्थायी समाधान लाया जाए।
- बच्चों को वैकल्पिक सुरक्षित कक्षा उपलब्ध कराई जाए।
🧒 शिक्षा या संकट?
झज्जर सरकारी स्कूल भवन जर्जर होने के कारण सवाल यह उठता है कि ग्रामीण बच्चों की शिक्षा और सुरक्षा के लिए सरकार की प्राथमिकता कहां है?
क्या बच्चों की जान जाने के बाद जागेगा सिस्टम?