लखनऊ, 26 फरवरी(हि.स.)। उत्तर प्रदेश में महाशिवरात्रि पर प्रसिद्ध शिव मंदिरों पर सुबह सवेरे से ही शिवभक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। शिवभक्तों ने मंदिरों में शिवलिंग के दर्शन कर बेलपत्र, मदार माला, दूध घी, भस्म, गेंदा पुष्प, लोटे से जल और फल मिष्ठान अर्पित कर पूजन किया। शिवभक्तों ने महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर अपने मनचाही इच्छा की पूर्ति की कामना की
बारह ज्योतिर्लिंगों में सम्मिलित वाराणसी स्थित श्रीकाशी विश्वनाथ शिवलिंग के दर्शन पूजन के लिए सुबह चार बजे से ही मंदिर के बाहरी बांसमंडी एवं नीचीबाग प्रमुख मार्गो पर श्रद्धालुओं की लम्बी कतारें लग गयी। श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के पुजारियों ने श्रद्धालुओं के दर्शन पूजन के लिए मंदिर के दोनों पट खोल दिये। श्रद्धालुओं को एक पट से आने और दूसरे पट से निकला गया। मंदिर प्रांगण में पहुंचते ही श्रद्धालुओं ने जोर शोर से नम:पावर्ती पतये हर हर महादेव का उद्घोष किया।
वाराणसी में प्रयागराज के महाकुम्भ से पहुंचें श्रद्धालुओं के कारण भारी भीड़ दिखायी पड़ी। श्रीकाशी विश्वनाथ के दर्शन हेतु श्रद्धालुओं के लाखों की संख्या में पहुंचने पर वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस ने अतिरिक्त पुलिसकर्मियों की तैनाती कर व्यवस्था को सम्भाला। वहीं प्रयागराज में यमुना नदी के किनारे सरस्वती घाट पर मनकामेश्वर मंदिर पर भी श्रद्धालुाओं ने अपनी श्रद्धा अर्पित की और दर्शन पूजन करते रहें। प्रयागराज में ही यमुना नदी के बीच में स्थित सुजावन देव मंदिर पर भी श्रद्धालुओं की भीड़ देखने को मिली।
हापुड़ ज़िले में गंगा नदी के किनारे गढ़ मुक्तेश्वर धाम पर सुबह सवेरे बड़ी संख्या में शिवभक्तों के पहुंचने पर स्थानीय प्रशासन ने तीन कतारें लगा दी। श्रद्धालुओं को दर्शनार्थ कतारबद्ध ही आगे बढ़ाया गया। बाराबंकी जिले में
लोधेश्वर महादेव मंदिर, सीतापुर ज़िले में रुद्रावर्त महादेव मंदिर, आगरा में बटेश्वर नाथ मंदिर, गाजियाबाद में दूधेश्वरनाथ महादेव मंदिर, लखीमपुर खीरी में गोला गोकर्णनाथ, बदायूं में महाकालेश्वर मंदिर, भदोही में बाबा गंगेश्वरनाथ धाम मंदिर में भी लाखों की संख्या में शिवभक्तों ने भगवान शिव के दर्शन पूजन किये।
प्रदेश की राजधानी में डालीगंज स्थित मनकामेश्वर मंदिर में सुबह से एक किलोमीटर लम्बी कतार लगी रही। कतारों में लगे हुए हजारों शिवभक्तों ने दर्शन पूजन किया। शिवभक्तों ने मनकामेश्वर महादेव के दर्शन से पहले मंत्रों का जाप किया। वहीं मंदिर के बाहर विशालकाय नंदी श्रद्धालुओं के आकर्षण का केन्द्र बने रहे।