महाकुम्भ नगर, 12 फरवरी (हि.स.)। प्रयागराज महाकुम्भ में माघपूर्णिमा स्नान पर्व पुण्य बेला में पतित पावनी मां गंगे,यमुना एवं अन्त:सलीला सरस्वती के पावन संगम में बुधवार की अल सुबह से 10 बजे तक 1.30 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई। स्नान के दौरान श्रद्धालुओं को जल पुलिस, गोताखोर, एनडीआरएफ एवं पुलिस के जवान लगातार निगरानी में लगे हुए है।
अपर मेलाधिकारी महाकुम्भ विवेक चतुर्वेदी ने बताया कि महाकुम्भ के चौथे महत्वपूर्ण स्नान पर्व माघी पूर्णिमा को पतित पावनी मां गंगे, यमुना एवं अन्त:सलीला सरस्वती के पावन संगम में श्रद्धालु लगातार आस्था की डुबकी लगा रहें है। बुधवार रात 10 बजे तक 10 लाख से अधिक कल्पवासी और 1.20 करोड़ तीर्थयात्री अब तक दौरा किया। इस तरह महाकुम्भ में मकर संक्राति से 12 फरवरी सुबह तक कुल 1.30 करोड़ से अधिक श्रद्धालु संगम में डुबकी लगा चुके हैं। ऐसे पावन अवसर पर पुण्य अर्जित करने के लिए श्रद्धालुओं का लगातार रेला उमड़ा हुआ है।
माघी पूर्णिमा स्नान के मद्देनजर मेला क्षेत्र में बड़े वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध
माघी पूर्णिमा स्नान एवं कल्पवासियों को मेला क्षेत्र से वापस जाने के लिए कुछ प्रमुख विशेष आदेश दिया। कल्पवासियों को अपने गंतव्य वापस जाने के लिए 12 जनवरी को श्रद्धालुओ के सकुशल स्नानोपरान्त वापसी के पश्चात् ही उनके वाहनों को मेला क्षेत्र में शिविर तक प्रवेश दिया जाएगा। इसके पूर्व आगमन करने वाले वाहनो को पार्किंग क्षेत्र में पार्क करना अनिवार्य होगा। प्रयागराज महाकुम्भ में 144 वर्ष के बाद आए ऐसे पावन अवसर पर संगम के सभी घाटों पर कल्पवासी, साधु संत एवं श्रद्धालु स्नान करने के बाद दान अन्न, धन,तिल, गुड़ आदि का दान कर रहें है।
सुरक्षा के मद्देनजर संगम के सभी घाटों पर जल पुलिस, एनडीआरएफ, गोताखोर सहित सभी मुस्तैदी से स्नान करने के बाद श्रद्धालुओं से घाट खाली करने के लिए लगतार अपील कर रहें है। महाकुम्भ डीआईजी वैभव कृष्ण, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी, मेलाधिकारी विजय किरन आनन्द, अपर मेलाधिकारी विवेक चतुर्वेदी समेत सभी अधिकारी लगातार सुरक्षा को लेकर मेला क्षेत्र में की निगरानी में लगे हुए है। आईसीसीसी सेन्टर से हर पल की निगरानी की जा रही है।