उज्जैन में भस्म आरती के बाद राजा स्वरूप में सजे महाकाल, शाम को निकालेंगे दूसरी सवारी
उज्जैन, 03 नवंबर (हि.स.)। मध्य प्रदेश के उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में सोमवार को भस्म आरती के दौरान भगवान महाकाल का राजा स्वरूप श्रृंगार किया गया। कार्तिक मास शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी और चतुर्दशी तिथि पर सुबह 4 बजे आरती के समय हजारों श्रद्धालु बाबा के दर्शन के लिए उपस्थित रहे।
अलौकिक श्रृंगार से भक्त हुए अभिभूत
पुजारी पंडित महेश शर्मा के अनुसार, भगवान का जलाभिषेक, पंचामृत पूजन और भस्म अर्पण के बाद रजत त्रिपुंड और पुष्पमालाओं से श्रृंगार किया गया। भगवान को रजत मुकुट, मुण्डमाल, रुद्राक्ष माला और मोगरे-गुलाब के सुगंधित फूल अर्पित किए गए। इस दौरान पूरा परिसर “जय महाकाल” के जयकारों से गूंज उठा।
शाम को होगी कार्तिक मास की दूसरी सवारी
महाकालेश्वर मंदिर प्रबंधन समिति के प्रशासक प्रथम कौशिक ने बताया कि शाम 4 बजे बाबा महाकाल की दूसरी सवारी चांदी की पालकी में निकाली जाएगी। भगवान दो स्वरूपों — चंद्रमौलेश्वर और मनमहेश रूप — में नगर भ्रमण करेंगे।
तय मार्ग और आयोजन
सवारी मंदिर से निकलकर कोट मोहल्ला, बक्षी बाजार, शिप्रा तट होते हुए रामघाट पहुंचेगी। वहां मां क्षिप्रा का पूजन कर पुनः मंदिर लौटेगी। शोभायात्रा में महाकालेश्वर बैंड, पुलिस बैंड और घुड़सवार दल शामिल रहेंगे।




