महाकुंभनगर, 20 जनवरी (हि.स.)। महाकुंभ में अगर पवित्र स्नान करने और मेला घूमते घूमते आप थक गये हों तो आपके पैरों की थकान मिटाने के लिये फिश स्पा या मसाज की सुविधा है। मेला क्षेत्र के सेक्टर 2 के त्रिवेणी बाजार में फिश स्पा किया जा रहा है।
क्या है फिश स्पाफिश स्पा की संचालक कंचन वरूण ने बताया कि, ‘फिश स्पा एक तरह की थैरेपी है, जिसमें गर्रा रूफा नाम की मछलियों का इस्तेमाल किया जाता है। आकार में बेहद छोटी यह मछलियां आपके पैरों में धीरे-धीरे काटती हैं, जिससे आपको हल्की गुदगुदी का अहसास होता है। पैरों की काटने के दौरान यह मछलियां आपको पैर में मौजूद बैक्टीरिया और डेड स्किन को निकालकर अलग कर देती है। इससे न सिर्फ आपके पैर सुंदर होते हैं, बल्कि आपको काफी आराम भी मिलता है।‘
मछली के काटने से शरीर को कोई नुकसान तो नहीं होता, इस पर कंचन कहती हैं, ‘गर्रा रूफा मछली के काटने से आपके शरीर को किसी तरह का कोई नुकसान नहीं होता है। मछली की इस किस्म का कई चिकित्सा प्रणाली में इस्तेमाल किया जाता है। गर्रा रूफा मछली सिरोसिस और मस्सा नामक पैरों की बीमारियों को दूर में भी कारगर है।’
महाकुंभ में पहली बार हो रही फिश स्पाफिश मसाज के संचालक सचिन कुमार ने बताया कि, ‘महाकुंभ में पहली बार फिश मसाज की जा रही है।’ फिश मसाज खोलने का आइडिया कैसे आया है, इस पर कंचन कहती हैं-‘पिछले साल हम लोग गोआ घूमने गये थे, वहां हमने फिश मसाज करवायी थी। तभी हमारे दिमाग में यह आइडिया आया कि ये काम किया जा सकता है।’
कंचन कहती हैं- ‘महाकुंभ में लोगों को रेत और मिट्टी में काफी पैदल चलना पड़ता है। इससे पैरों में थकान और सूजन हो जाती है। फिश मसाज से पैरों को काफी आराम मिलता है।’ कंचन के मुताबिक- ‘15 मिनट की फिश स्पा के लिये 100 रुपये चार्ज किये जाते हैं।’
मिनरल वाटर में रहती हैं मछलियांसचिन ने बताया कि, गर्रा रूफा मछली को दिल्ली से मंगवाया है। मसाज के लिये वाटर टैंक में 500 मछलियां हैं। ये मछलियां मिनरल वाटर में रहती हैं। वाटर का टैम्परेचर मेंटेंन करना पड़ता है।’ उन्होंने आगे बताया कि, ‘समय-समय पर पानी बदलना पड़ता है, ताकि मसाज करवाने वालों को कोई हैल्थ प्राब्लम या स्किन इंफैक्शन न हों।’
पहली बार ली फिश स्पाबिहार पटना महाकुंभ में घूमने आयी ममता ने बतायाकि, ‘मैंने पहली फिश स्पा करवायी है। मछली काटती है तो थोड़ी गुदगुदी होती है। स्पा के बाद काफी हल्कापन महसूस होता है।’ गोरखपुर से आयी श्वेता बताती हैं- ‘फिश काटती है तो थोड़ा सा दर्द और गुदगुदी होती है। नया एक्सपिरिंयस है, अच्छा फील हो रहा है।’
फिश स्पा के दौरान इन बातों का रखें ध्यानब्यूटी एक्सपर्ट राधिका के अनुसार, फिश पेडीक्योर कराते समय अगर आपके पैरों से अचानक खून निकलने लगे तो अपना पैर तुरंत जार से बाहर निकाल लें। अगर आपको पहले ही कोई चोट या घाव है, तो भूलकर भी फिश पेडीक्योर न कराएं। अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं या आपकी इम्युनिटी कमजोर है, तो भी आपको फिश स्पा नहीं कराना चाहिए। अगर आपके पैरों में चोट लगी हो तो फिश स्पा करवाने से बचें, क्योंकि बाद में यह इन्फेक्शन की वजह बन सकता है।