आज, देशभर में गणेश चतुर्थी का पावन पर्व बड़े ही धूमधाम और उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। गणपति bappa 10 दिनों के लिए अपने भक्तों के बीच रहेंगे, उनके सारे कष्ट दूर करेंगे और सुख-समृद्धि का वरदान देंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने देशवासियों को गणेश चतुर्थी की शुभकामनाएं दी हैं। इस उत्सव को सफल और मंगलमय बनाने के लिए, कुछ विशेष नियमों और विधियों का पालन करना बेहद जरूरी है।
गणपति bappa स्थापना का शुभ मुहूर्त और विधि
गणेश चतुर्थी पर भगवान गणेश की प्रतिमा की स्थापना शुभ मुहूर्त में करना अत्यंत फलदायी होता है।
- शुभ मुहूर्त: 27 अगस्त, 2025 को गणेश स्थापना के लिए सबसे शुभ समय सुबह 11:05 बजे से दोपहर 1:40 बजे तक है,
- क्योंकि इसी समय भगवान गणेश का जन्म हुआ था।
- स्थापना की दिशा: प्रतिमा को हमेशा घर की उत्तर-पूर्व (ईशान कोण) दिशा में स्थापित करना चाहिए,
- क्योंकि यह पूजा-पाठ के लिए सबसे शुभ दिशा मानी जाती है।
- ध्यान रखें कि गणेश जी का मुख उत्तर दिशा की ओर होना चाहिए।
- मूर्ति का चयन: मिट्टी से बनी मूर्ति को सबसे शुभ माना जाता है।
- मूर्ति की सूंड बाईं ओर मुड़ी हुई होनी चाहिए और वह बैठी हुई मुद्रा में हो,
- क्योंकि यह सुख और समृद्धि का प्रतीक है।

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bappa पूजा सामग्री और विधि
गणेश जी की पूजा के लिए कुछ विशेष सामग्री और मंत्रों का जाप करना आवश्यक है।
- आवश्यक सामग्री:
- गणेश जी की प्रतिमा, चौकी, लाल या पीला वस्त्र।
- हल्दी, कुमकुम, सुपारी, सिंदूर, दूर्वा, कपूर, धूप, दीप, पंचामृत।
- मोदक, लड्डू, फल और पंचमेवा।
- कलश, नारियल, गंगाजल।
- पूजा विधि:
- शुभ मुहूर्त में चौकी पर लाल वस्त्र बिछाकर गणेश जी की प्रतिमा स्थापित करें।
- प्रतिमा स्थापित करने से पहले पूजा स्थल को गंगाजल से शुद्ध करें।
- गणपति बप्पा को जनेऊ, दूर्वा और मोदक अर्पित करें।
- ‘ॐ गं गणपतये नमः’ जैसे गणेश मंत्रों का जाप करें।
- अंत में, पूरे परिवार के साथ गणेश जी की आरती करें और प्रसाद का वितरण करें।
व्रत के दौरान क्या करें और क्या नहीं
जो भक्त गणेश चतुर्थी का व्रत रखते हैं, उन्हें कुछ नियमों का पालन करना चाहिए।
- क्या खाएं: व्रत के दौरान आप फल, दूध, दही, साबूदाने की खिचड़ी, मखाने की खीर और सेंधा नमक से बनी चीजें खा सकते हैं।
- क्या न खाएं: सामान्य नमक, अनाज, दालें, मांसाहार, प्याज, लहसुन और तामसिक भोजन का सेवन बिल्कुल न करें।
- चंद्र दर्शन: गणेश चतुर्थी के दिन चंद्रमा के दर्शन करना शुभ नहीं माना जाता, क्योंकि इससे झूठा आरोप लगने का भय होता है।
बप्पा को प्रसन्न करने के लिए विशेष उपाय
- फूल अर्पित करें: भगवान गणेश को गेंदे, गुड़हल, पारिजात, कंद और अपराजिता के फूल विशेष रूप से प्रिय हैं।
- इन्हें अर्पित करने से अलग-अलग मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
- दीपक जलाएं: वास्तु के अनुसार, गणेश चतुर्थी के दिन घर की उत्तर-पूर्व दिशा में दीपक जलाने से घर में सकारात्मकता आती है और धन की देवी लक्ष्मी का वास होता है।
- तुलसी से बचें: गणेश जी की पूजा में तुलसी का प्रयोग बिल्कुल न करें, क्योंकि पौराणिक कथा के अनुसार गणेश जी ने तुलसी का विवाह प्रस्ताव अस्वीकार कर दिया था।
गणेश जी को घर में अतिथि की तरह मानें और 10 दिनों तक पूरे विधि-विधान और पवित्रता के साथ उनकी सेवा करें।
इन नियमों का पालन कर आप बप्पा की कृपा प्राप्त कर सकते हैं और अपने जीवन में सुख-समृद्धि और सफलता ला सकते हैं।