महाकुम्भ नगर, 05 फरवरी (हि.स.)। प्रयागराज महाकुम्भ में अचला सप्तमी स्नान पर्व पर पतित पावनी मां गंगे, यमुना एवं अन्त: सलीला सरस्वती के पावन संगम में आस्था की डुबकी लगाकर पुण्य अर्जित करने के लिए श्रद्धालुओं का आगमन निरन्तर जारी है। बुधवार रात 08 बजे तक 67.68 लाख से अधिक श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा चुके हैं। श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
अपर मेलाधिकारी महाकुम्भ विवेक चर्तेदी ने बताया कि अचला सप्तमी स्नान पर्व पर बुधवार की सुबह 8 बजे तक 10 लाख से अधिक कल्पवासी तथा 57.68 लाख से श्रद्धालुओं का आगमन हुआ। सुबह से रात 8 बजे तक कुल 67.68 लाख से अधिक श्रद्धालु संगम में डुबकी लगाकर पुण्य अर्जित कर चुके है।
उल्लेखनीय है कि महाकुम्भ में 144 वर्ष ऐसे पुण्य संयोग में पहले अमृत स्नान मकर संक्राति से बसंत पंचमी तक अर्थात 04 फरवरी तक 38.29 करोड़ से अधिक श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं, मंगलवार रात से तीर्थयात्रियों का आगमन में वृद्धि हो गई। सुरक्षा के मद्देनजर सभी स्नान घाटों पर बचाव रात दल, जल पुलिस एवं गोताखोर लगातार निगरानी की जा रही है। घाटों से स्नान कर चुके श्रद्धालुओं को हटाने के लिए लगातार बाहर निकाला जा रहा है।
सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद
अचला सप्तमी स्नान पर्व पर भारी संख्या में श्रद्धालुओं एवं स्नानार्थियों ने स्नान कर भगवान सूर्य को अर्ध्य देकर दीपदान किया। इस दौरान सम्पूर्ण महाकुम्भ मेला क्षेत्र के विभिन्न स्थानों पर श्रद्धालुओं के सुगम आवागमन व सुरक्षित स्नान संपन्न कराने हेतु व्यापक पुलिस प्रबंध किए गए।
इस अवसर पर पुलिस उप महानिरीक्षक वैभव कृष्ण व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी लगातार मेला क्षेत्र में रहकर सभी व्यवस्थाएं पूर्ण करते रहे। सम्पूर्ण महाकुम्भ मेला क्षेत्र में पब्लिक एड्रेस सिस्टम के माध्यम से लगातार श्रद्धालुओ से अनुरोध किया जाता रहा कि मेला क्षेत्र में आने जाने वाले निर्धारित मार्गो का उपयोग करें एवं सकुशल स्नान कर अपने गंतव्य को वापस जाएं। मेला क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरो के द्वारा चप्पे-चप्पे पर नजर रखते हुए सतर्कता बरती गई। मेला पुलिस कि सतर्कता के फलस्वरुप भगवान सूर्य के जन्मोत्सव का पर्व अचला सप्तमी सकुशल व सुरक्षित संपन्न हुआ।