बीएलओ की जगह भसुर बांट रहे थे फॉर्म, आयोग ने मांगा जवाब
पश्चिम बंगाल के पूर्व मेदिनीपुर जिले के नंदीग्राम-1 ब्लॉक के शमसाबाद ग्राम पंचायत क्षेत्र में एक बड़ा चुनावी मामला सामने आया है। बूथ संख्या 203 की बीएलओ संजीता प्रमाणिक पर आरोप है कि उन्होंने विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) अभियान के दौरान मतदाता सूची से संबंधित फॉर्म अपने भसुर समर प्रमाणिक से बंटवाए।
इस मामले की शिकायत मिलते ही ब्लॉक प्रशासन ने बीएलओ को तलब कर स्पष्टीकरण मांगा है। चुनाव आयोग के निर्देश पर उनसे जवाब-तलब किया गया। संजीता ने लिखित जवाब जमा किया है और सभी आरोपों से इनकार किया है।
वीडियो वायरल, भाजपा ने की औपचारिक शिकायत
स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, क्षेत्र में सरकारी कर्मचारियों की कमी के चलते आंगनवाड़ी कर्मी संजीता को बीएलओ की जिम्मेदारी दी गई थी। भाजपा ने आरोप लगाया कि संजीता की जगह उनके भसुर समर प्रमाणिक, जो तृणमूल कांग्रेस के पूर्व उपप्रधान रह चुके हैं, फॉर्म वितरण कर रहे थे।
हाल ही में एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें समर प्रमाणिक और पंचायत प्रमुख अब्दुल मन्नान को रात में फॉर्म बांटते देखा गया। हालांकि वीडियो की स्वतंत्र पुष्टि नहीं हो सकी है।
प्रशासन जांच में जुटा
बीएलओ, उनके सुपरवाइज़र और समर प्रमाणिक तीनों को पूछताछ के लिए बुलाया गया। समर ने सफाई दी कि बीएलओ बीमार थीं, इसलिए उन्होंने फॉर्म वितरण में मदद की। उन्होंने दावा किया कि उन्होंने बीएलओ प्रशिक्षण भी लिया है और उनका फोन नंबर निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर दर्ज है।
ब्लॉक विकास अधिकारी नाजीरुद्दीन सरकार ने बताया कि “शिकायत मिली है, जांच जारी है। रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।”




