नेपाल में अंतरिम सरकार विरोध अब तीखा होता जा रहा है। पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली की पार्टी नेकपा–एमाले ने अंतरिम सरकार के गठन और संसद विघटन के खिलाफ सोमवार को देशव्यापी प्रदर्शन का आह्वान किया है। नेपाल अंतरिम सरकार विरोध की इस मुहिम में देश की सभी 753 स्थानीय इकाइयों को शामिल किया गया है।
पार्टी के प्रचार–प्रसार विभाग प्रमुख राजेन्द्र गौतम ने बताया कि इससे पहले देश के 6,743 वार्डों में वार्ड स्तर की सभाएं आयोजित की जा चुकी हैं। आज होने वाले शक्ति प्रदर्शन में बाइक जुलूस मुख्य आकर्षण रहेगा। सभी स्थानीय इकाइयों में आमसभा और जुलूस की योजना बनाई गई है।
नेपाल अंतरिम सरकार विरोध की इस रैली को लेकर राजनीतिक तापमान बढ़ चुका है। ओली का आरोप है कि मौजूदा व्यवस्था संविधान के खिलाफ है और इससे लोकतंत्र कमजोर होगा। पार्टी का दावा है कि जनसमर्थन तेजी से बढ़ रहा है।
पार्टी ने आगे की रणनीति भी तय कर ली है। 15 नवंबर को सभी जिलों में बड़े स्तर पर जनसभाएं होंगी, जबकि 22 नवंबर को काठमांडू में विशाल विरोध रैली की जाएगी।
नेपाल अंतरिम सरकार विरोध का असर अगले कुछ हफ्तों तक नेपाल की राजनीति में बड़ा मोड़ ला सकता है। अब राजनीतिक विशेषज्ञों की नजर इस बात पर टिकी है कि विपक्षी आंदोलन को जनता से कितना समर्थन मिलेगा और सत्ताधारी गठबंधन इस राजनीतिक दबाव का कैसे जवाब देगी।




