📍 कोलकाता, 13 जून (हि.स.) — नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन स्कूलिंग (एनआईओएस) से डीएलएड (डिप्लोमा इन एलीमेंटरी एजुकेशन) कर चुके अभ्यर्थियों को 2022 की प्राथमिक शिक्षक भर्ती में अब शामिल होने की अनुमति मिल गई है। कलकत्ता हाईकोर्ट के ताजा आदेश ने हजारों अभ्यर्थियों को राहत दी है।
⚖️ हाईकोर्ट का आदेश:
- जस्टिस सौगत भट्टाचार्य ने शुक्रवार को सुनवाई में स्पष्ट किया कि: “एनआईओएस से डीएलएड पास सभी योग्य अभ्यर्थियों को भर्ती प्रक्रिया में शामिल किया जाए, न कि केवल सुप्रीम कोर्ट में याचिकाकर्ता बने उम्मीदवारों को।”
- प्राथमिक शिक्षा बोर्ड को अब इन उम्मीदवारों के दस्तावेजों की जांच के बाद एक अतिरिक्त मेरिट लिस्ट तैयार करने का निर्देश दिया गया है।
🧑🏫 पृष्ठभूमि:
- एनआईओएस से डीएलएड पास सैकड़ों अभ्यर्थियों को 2022 में भर्ती प्रक्रिया से बाहर रखा गया था।
- उन्होंने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया, जहां से उन्हें सशर्त अनुमति मिली थी।
- लेकिन, 30 मई को प्राथमिक शिक्षा बोर्ड ने केवल उन्हीं उम्मीदवारों को दस्तावेज़ सत्यापन के लिए बुलाया, जिन्होंने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी।
- इससे नई विवाद की स्थिति बन गई थी।
🟢 अब क्या होगा?
- सभी एनआईओएस डीएलएड पास अभ्यर्थियों के दस्तावेजों की फिर से जांच होगी।
- एक अलग मेरिट सूची बनाई जाएगी।
- इन अभ्यर्थियों को न्यायोचित मौका मिलेगा भर्ती प्रक्रिया में भाग लेने का।
📌 महत्वपूर्ण प्रभाव:
- हजारों अभ्यर्थियों की आशा फिर जगी है।
- पश्चिम बंगाल की शिक्षक भर्ती विवाद में यह एक निर्णायक मोड़ साबित हो सकता है।
- भविष्य की भर्तियों में भी एनआईओएस डीएलएड अभ्यर्थियों की मान्यता को लेकर दिशा स्पष्ट हुई है