प्रधानमंत्री मोदी भूटान यात्रा पर रवाना
प्रधानमंत्री मोदी भूटान यात्रा दो दिनों की होगी। रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री ने कहा कि भूटान के चौथे राजा जिग्मे सिंगे वांगचुक के 70वें जन्मदिवस पर शामिल होना उनके लिए सम्मान की बात है। यह अवसर भारत और भूटान के बीच गहरी ऐतिहासिक सांस्कृतिक साझेदारी को और मजबूत करेगा।
ऊर्जा साझेदारी में बड़ा कदम
इस प्रधानमंत्री मोदी भूटान यात्रा में पौनात्सांगछू-द्वितीय जलविद्युत परियोजना का उद्घाटन किया जाएगा। यह परियोजना दोनों देशों के लिए ऊर्जा उत्पादकता, आर्थिक विकास और सतत साझेदारी की दिशा में एक मजबूत मील का पत्थर मानी जा रही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह परियोजना हमारी ऊर्जा कूटनीति की नई दिशा तय करेगी।
सांस्कृतिक संबंध भी होंगे और मजबूत
भारत से भगवान बुद्ध के पिपरहवा अवशेषों का ग्लोबल पीस प्रेयर फेस्टिवल में प्रदर्शन दोनों देशों के बीच सभ्यता-आध्यात्मिक जुड़ाव का प्रतीक है। प्रधानमंत्री मोदी भूटान यात्रा केवल रणनीतिक नहीं, बल्कि सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और ऐतिहासिक जुड़ाव को भी सशक्त करेगी।
भूटान के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात
प्रधानमंत्री भूटान के राजा जिग्मे खेसर नामग्येल वांगचुक, चौथे राजा और प्रधानमंत्री त्शेरिंग टोबगे से मुलाकात करेंगे। यह मुलाकात भविष्य की परियोजनाओं, आर्थिक प्रगति और सुरक्षा सहयोग को नई दिशा देगी।
पड़ोसी प्रथम नीति को मिलेगा बल
PM ने कहा कि भारत-भूटान संबंध आपसी विश्वास और सहयोग पर आधारित हैं। यह सहयोग भारत की पड़ोसी प्रथम नीति का प्रमुख स्तंभ रहा है। प्रधानमंत्री मोदी भूटान यात्रा दोनों राष्ट्रों को साझा समृद्धि की ओर तेजी से आगे बढ़ाएगी।




