21वीं सदी में सफलता की कुंजी है स्वच्छ ऊर्जा: प्रधानमंत्री
नई दिल्ली, 25 सितंबर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को राजस्थान के बांसवाड़ा से 1.22 लाख करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि 21वीं सदी में वही देश सफल होंगे जो स्वच्छ ऊर्जा में आगे रहेंगे।
ऊर्जा और बिजली पर जोर
प्रधानमंत्री ने कहा कि बिजली आज विकास की रीढ़ है। उन्होंने 42 हजार करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले माही बांसवाड़ा राजस्थान एटॉमिक पावर प्रोजेक्ट की नींव रखी, जिसमें चार स्वदेशी 700 मेगावाट रिएक्टर होंगे।
स्वच्छ ऊर्जा परियोजनाएँ
- राजस्थान के जैसलमेर, जालौर, सीकर और फलोदी में सौर परियोजनाएँ शुरू हुईं।
- 15.5 गीगावाट हरित ऊर्जा को ट्रांसमिशन लाइनों से देशभर में पहुंचाने का काम होगा।
- पीएम-कुसुम योजना के तहत किसानों को सौर पंप और फीडर दिए जाएंगे।
विकास और आधारभूत ढांचा
प्रधानमंत्री ने 20,830 करोड़ की जल परियोजनाएँ और 2,630 करोड़ की सड़क योजनाओं का भी उद्घाटन किया। रेलवे में नई वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई गई।
विपक्ष पर निशाना
मोदी ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि पूर्ववर्ती सरकारों ने बिजली और जल जैसी मूलभूत सुविधाओं की अनदेखी की। भाजपा सरकार ने हर गांव तक बिजली पहुंचाई और गरीबों के उत्थान के लिए योजनाएँ चलाईं।
आत्मनिर्भर भारत
उन्होंने नागरिकों से त्योहारों के दौरान स्वदेशी उत्पाद अपनाने का आह्वान किया और कहा कि यही राष्ट्र निर्माण का मार्ग है।