📍 चंडीगढ़, 6 जून (हि.स.) — अकाल तख्त साहिब के कार्यकारी जत्थेदार कुलदीप सिंह गड़गज ने कहा कि धर्म परिवर्तन के मुद्दे पर सिख समुदाय को एकजुट होना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह मुद्दा 2002 से चला आ रहा है और अपने लोगों को वापस लाने के लिए प्रयास जारी हैं। उम्मीद है कि ये प्रयास सफल होंगे।
🌟 मुख्य बातें:
- जत्थेदार ने ऑपरेशन ब्लू स्टार की बरसी के मौके पर कहा कि सिख कौम के सामने कई बड़ी चुनौतियां हैं, जिनमें बंदी सिखों और भाई बलवंत सिंह राजोआना की समस्या प्रमुख है।
- उन्होंने कहा कि जब तक सिख एक साथ खालसा के झंडे तले नहीं खड़े होंगे, तब तक कोई भी प्रयास सफल नहीं होगा।
- शहीदों की कुर्बानी को याद करते हुए उन्होंने एकता का संदेश दिया और कहा कि मतभेद छोड़कर सभी को इकट्ठा होना चाहिए।
- अरदास में उन्होंने गुरु का संदेश साझा करते हुए कहा कि सिख एक साझा परिवार हैं, आनंदपुर के वासी हैं और सभी के भले की सोच रखते हैं।
🙏 कार्यक्रम में उपस्थित गणमान्य:
हरिमंदिर साहिब के मुख्य ग्रंथी ज्ञानी रघुबीर सिंह, एसजीपीसी प्रधान हरजिंद्र सिंह धामी, दमदमी टकसाल के मुखी बाबा हरनाम सिंह, बुढ्ढा दल के मुखी बलबीर सिंह, बाबा निहाल सिंह हरियां वेलां समेत कई गणमान्य उपस्थित रहे।
🎖️ सम्मानित शहीद परिवार:
एसजीपीसी प्रधान हरजिंदर सिंह धामी ने जरनैल सिंह भिंडरावाले के पुत्र ईशर सिंह, अमरीक सिंह की बेटी बीबी सतवंत कौर, भाई मनजीत सिंह, नछत्र सिंह के पुत्र भूपिंद्र सिंह, जन. सुबेग सिंह के भाई बेअंत सिंह समेत कई शहीद परिवारों को सम्मानित किया।
⚠️ एचएस धामी का बयान:
एसजीपीसी प्रधान एचएस धामी ने कहा कि जून 1984 में कांग्रेस सरकार द्वारा सिखों पर किए गए अत्याचारों को कभी भुलाया नहीं जा सकता। यह पीड़ा हर साल जून माह में सिख समुदाय के लिए गहरी याद बनकर रहती है।