🕉️ 1. बिना स्नान पूजा करना
- कई लोग नींद से उठकर ही भगवान के सामने बैठ जाते हैं।
- शुद्धि सिर्फ शरीर की नहीं, मन की भी ज़रूरी होती है।
- स्नान के बिना पूजा करना शास्त्रों में निषेध है।
🪔 2. गलत दिशा में मुंह करके पूजा
- पूजा करते समय पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुंह होना चाहिए।
- पश्चिम या दक्षिण दिशा में मुंह करके पूजा करने से फल विपरीत होता है।
🌼 3. मुरझाए फूल या टूटी तुलसी चढ़ाना
- भगवान को कभी भी मुरझाए या गिरे हुए फूल नहीं चढ़ाने चाहिए।
- तुलसी के पत्ते भी ताजे और साबुत होने चाहिए।
🔔 4. पूजा के तुरंत बाद उठ जाना
- पूजा समाप्त होते ही लोग तुरंत उठ जाते हैं।
- आरती और ध्यान के बाद कुछ मिनट शांति से बैठें — तभी पूरी ऊर्जा आत्मसात होती है।
📿 5. ध्यान नहीं, बस रटते रहना
- अगर आप सिर्फ मन्त्रों को याद करके बड़बड़ा रहे हैं और मन कहीं और है…
- तो ये पूजा नहीं, सिर्फ एक औपचारिकता है।
❗तो क्या होगा इस गलती का परिणाम?
- मन की शांति नहीं मिलेगी
- ईश्वर की कृपा का अनुभव नहीं होगा
- आप सोचेंगे कि पूजा काम नहीं कर रही
👉 जबकि गलती आपकी साधना में नहीं, उसकी प्रक्रिया में है।
🙏 निष्कर्ष:
ईश्वर भाव के भूखे हैं, प्रदर्शन के नहीं।
अगर पूजा में सच्चा मन, नियम और सही विधि ना हो – तो वो सिर्फ एक दिनचर्या बनकर रह जाती है।