एसआईआर–2026: डिजिटलाइजेशन के बाद मैपिंग में भी राजस्थान देशभर में अव्वल
जयपुर, 28 नवंबर (हि.स.)। मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर)–2026 में राजस्थान ने एक बार फिर बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए देशभर में पहला स्थान हासिल कर लिया है। गणना प्रपत्रों के डिजिटलीकरण के बाद अब मतदाताओं की मैपिंग में भी उल्लेखनीय तेजी आई है। पिछले मात्र नौ दिनों में मैपिंग 70% से बढ़कर 78% पहुंच गई है, जिससे अब राज्य के अधिकांश मतदाताओं को किसी भी प्रकार के दस्तावेज प्रस्तुत नहीं करने होंगे।
गणना प्रपत्रों के डिजिटलीकरण में भी हासिल की 88% उपलब्धि
मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवीन महाजन ने बताया कि 04 नवंबर से चल रहे इस अभियान में बूथ लेवल अधिकारी घर–घर जाकर गणना प्रपत्रों का संग्रहण, सत्यापन और अपलोडिंग कर रहे हैं।
- कुल 5,46,56,215 गणना प्रपत्रों में से
- 4 करोड़ 80 लाख से अधिक प्रपत्र ईसीआई-नेट पर अपलोड हो चुके हैं,
जो निर्धारित समय से 7 दिन पहले ही 88% उपलब्धि है।
नई सर्च सुविधा से बढ़ी रफ्तार
ECI द्वारा voters.eci.gov.in पोर्टल पर Search by Elector Details सुविधा शुरू किए जाने के बाद मैपिंग में तेजी से उछाल आया है।
राजस्थान का लक्ष्य अब मैपिंग को 85% तक ले जाने का है।
9,000 से अधिक बूथों पर 100% कार्य पूरा
राज्य में 9,000 से ज्यादा पोलिंग बूथों पर बीएलओ ने सौ प्रतिशत कार्य पूरा कर लिया है।
समय पर उत्कृष्ट कार्य करने वाले 2,500+ बीएलओ को सम्मानित भी किया जा चुका है।
टीमवर्क और सतत मॉनिटरिंग का परिणाम
महाजन के अनुसार राजस्थान की यह सफलता तकनीकी दक्षता, जिला स्तर पर सतत मॉनिटरिंग और टीमवर्क की देन है। उन्होंने मतदाताओं से अपील की कि वे एसआईआर अभियान में सहयोग करें, ताकि मतदाता सूची अधिक शुद्ध और त्रुटिरहित बन सके।




