रामानुजगंज में बन रहा 60 फीट का विशालकाय रावण, बारिश से दहन पर पड़ सकता है असर
बलरामपुर, 29 सितंबर (हि.स.) – शारदीय नवरात्र के बाद दशहरे के दिन बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व मनाया जाता है। इस बार विजय दशमी 2 अक्टूबर को है। रामानुजगंज में दशहरा उत्सव की तैयारियां जोरों पर हैं। यहां हर साल रावण दहन का त्योहार हाइस्कूल ग्राउंड और राम मंदिर के कन्हर नदी तट पर मनाया जाता है।
इस वर्ष 60 फीट लंबा रावण पुतला बंगाली कारीगरों द्वारा बनाया जा रहा है। हजारों लोग रामानुजगंज सहित आसपास के गांवों से इसे देखने पहुंचते हैं। कारीगर सुबल बंगाली ने बताया कि वे पिछले 10-15 साल से रावण के पुतले बनाते आ रहे हैं। रावण बनाने में बांस, कांटी, सुतली, रस्सी और कपड़े का इस्तेमाल होता है।
पुतला बनाने की प्रक्रिया में लगातार हो रही बारिश ने कारीगरों को चुनौती दी है। बारिश के चलते रावण के दहन पर असर पड़ने की संभावना जताई जा रही है। इसके बावजूद, सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन के लिए पुलिस प्रशासन कड़े इंतजाम कर रहा है।
रामानुजगंज में रावण दहन स्थल पर हर साल भारी भीड़ उमड़ती है। हाइस्कूल ग्राउंड और कन्हर नदी तट दोनों जगहों पर लोग देर शाम तक जुटते हैं। इस वर्ष भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं ताकि लोग सुरक्षित तरीके से समारोह का आनंद ले सकें।
शारदीय नवरात्र में बारिश का साया होने के कारण आयोजकों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। प्रशासन ने चेतावनी जारी की है कि अगर मौसम अनुकूल नहीं रहा तो पुतले के दहन की समयसीमा में बदलाव हो सकता है।