श्री सांवलियाजी मंदिर जन्माष्टमी का दिव्य उत्सव
चित्तौड़गढ़ के मंडफिया कस्बे में स्थित श्री सांवलियाजी मंदिर जन्माष्टमी उत्सव पर आस्था का महासागर उमड़ पड़ा। लाखों भक्त देर रात मंदिर पहुंचे।
आधी रात बजे शंख और आरती
रात 12 बजते ही मंदिर परिसर शंख ध्वनि से गूंज उठा। पुजारियों और गुरुकुल विद्यार्थियों ने मंगलाचरण गाया। इसके बाद भगवान के जन्म की विशेष आरती हुई। श्रद्धालुओं ने जयकारों के बीच दर्शन कर भाव-विभोर पल अनुभव किए।
विशेष झांकी और दर्शन
इस बार जन्मोत्सव की झांकी में इंदौर से लाई गई विशेष पोशाक भगवान को पहनाई गई। जन्म के साथ ही मंदिर में श्री सांवलियाजी मंदिर जन्माष्टमी दर्शन की शुरुआत हुई। भक्तों ने भक्ति और उल्लास से भरे माहौल में दर्शन किए।
प्रशासन और श्रद्धालुओं की भागीदारी
इस मौके पर जिला कलेक्टर, पुलिस अधिकारी और मंदिर मंडल प्रशासन मौजूद रहा। कलेक्टर ने परिवार सहित आरती में भाग लेकर जिले की शांति और खुशहाली की कामना की।
आतिशबाजी से गूंजा आसमान
भगवान कृष्ण के जन्म के साथ ही आतिशबाजी हुई। देर रात तक आसमान रंगीन रोशनी से जगमगाता रहा। लोगों ने घरों से भी यह नजारा देखा।