धमतरी, 30 जनवरी (हि.स.)। भारत के स्वतंत्रता संग्राम में अपने प्राणों की आहुति देने वाले बलिदानियों की स्मृति में गुरुवार सुबह 11 बजे कलेक्टोरेट में अधिकारी, कर्मचारियों ने दो मिनट का मौन धारण किया। गौरतलब है कि यह दिवस महात्मा गांधी का निर्वाण दिवस भी है। इसके मद्देनजर जिले में आज बलिदान दिवस के तौर पर मनाया जा रहा है। इस अवसर पर महात्मा गांधी सहित देश के अमर बलिदानियों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उन सभी स्वतंत्रता सेनानियों और क्रांतिकारियों को याद किया, जिन्होंने देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। इसी तरह से जिला पंचायत धमतरी में भारत के स्वतंत्रता संग्राम में अपने प्राणों की आहुति देने वाले बलिदानियों की स्मृति में अधिकारी, कर्मचारियों द्वारा दो मिनट का मौन धारण कर श्रद्धांजलि दी गई। उल्लेखनीय है कि इस दिन के महत्व को प्रसारित करने के लिए भारत के स्वतंत्रता में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की भूमिका तथा राष्ट्रीय एकता का स्मरण करते हुए राष्ट्रपिता महात्मा गांधी सहित देश के अमर बलिदानियों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर जिला पंचायत के उपसंचालक नकुल वर्मा, लेखाधिकारी चंदन कुमार टंडन, चेतन सिंह ध्रुव, कीर्ति मोहन सहायक परियोजना अधिकारी, सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।
पीजी कालेज में महात्मा गांधी जी की पुण्यतिथि पर दी गई श्रद्धांजलि
बीसीएस शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, धमतरी में राष्ट्रीय सेवा योजना ने महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर श्रध्दांजलि अर्पित की गई। महाविद्यालय की प्राध्यापक डाॅ. हेमवती ठाकुर ने महात्मा गांधी के छायाचित्र पर माल्यार्पण एवं दीपप्रज्जवलन कर नमन किया। डाॅ. हेमवती ठाकुर ने बताया कि 30 जनवरी 1948 को नाथूराम गोडसे द्वारा दिल्ली के बिड़ला हाउस में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। उनकी पुण्यतिथि के परिप्रेक्ष्य में 30 जनवरी को बलिदान दिवस के रूप में मनाया जाता है। बलिदान दिवस उन बलिदानियों को सम्मानित करने के लिए मनाया जाता है जिन्होंने देश की आज़ादी, विकास, और तरक्की के लिए अपना बलिदान दिया। इसके पश्चात दो मिनट का मौन धारणकर महात्मा गांधी जी सहित अन्य वीर शहीदों को श्रध्दांजलि अर्पित की गई। महात्मा गांधी जी हमेशा से नशा के खिलाफ रहे, उन्होंने सादा जीवन और उच्च विचारों को अपने जीवन में अपनाकर लोगों को अहिंसा का संदेश दिया। इसी के तहत डा हेमवती ठाकुर ने महाविद्यालय के समस्त शैक्षणिक, अशैक्षणिक स्टाॅफ सहित एनएसएस स्वयंसेवकों एवं अन्य विद्यार्थियों को नशामुक्त अभियान को सफल बनाने, छत्तीसगढ राज्य को विकसित बनाने, पर्यावरण को स्वच्छ बनाने, नशापान के दुष्परिणाम को प्रचारित करने तथा नशा पीड़ितों से व्यक्तिगत संपर्क कर उन्हें नशा मुक्ति के लिए प्रेरित करने तथा आजीवन नशामुक्त रहने के लिए शपथ दिलाई। अब हमारा कर्तव्य है कि हम गांधी जी के पदचिन्हों पर चलकर समाज को नई दिशा में लेकर जाएं। इस अवसर पर डा एके सिंग, पीसी चौधरी, ग्रेस कुजूर, चंद्रिका साहू, सरोज प्रसाद, डाॅ. तामेश्वरी साहू, कृष्णकुमार देवांगन, दुर्गेश प्रसाद सहित अन्य स्वयंसेवक उपस्थित रहे।