नई दिल्ली, 17 जून।
भारतीय सेना में एक बार फिर से रणनीतिक हलचल तेज हो गई है। ऑपरेशन सिंदूर के बाद, सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने देश के पूर्व सेना प्रमुखों के साथ एक गुप्त रणनीतिक बैठक ‘चीफ्स चिंतन’ शुरू कर दी है। दो दिवसीय यह विशेष बैठक राजधानी दिल्ली में आयोजित की गई है, जिसमें भारतीय सेना के भविष्य की दिशा तय करने पर मंथन हो रहा है।
बैठक में पूर्व सैन्य अधिकारियों को पहली बार ऑपरेशन सिंदूर की विस्तृत जानकारी दी गई। यह खुलासा हुआ कि इस ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय वायुसेना और नौसेना का संयुक्त संचालन बेहद निर्णायक रहा। इस पर प्रमुखों से फीडबैक लिया गया और भविष्य के ऑपरेशन्स के लिए संयुक्त कौशल मॉडल पर चर्चा हुई।
बैठक के दौरान सेना के आधुनिकीकरण, AI तकनीकों का एकीकरण, और 2047 तक विकसित भारत के निर्माण में सेना की भूमिका जैसे विषयों पर गहन चर्चा हुई। इसके अलावा, सेना के मानव संसाधन, वयोवृद्ध कल्याण योजनाओं, और नई रणनीतिक पहलों पर भी रचनात्मक सुझाव साझा किए गए।
यह बैठक एक संकेत है कि भारतीय सेना आने वाले समय में नई चुनौतियों और संभावित खतरों के लिए खुद को पूरी तरह से तैयार कर रही है।