युवाओं में जोड़ों की बीमारी अब आम होती जा रही है। पहले जहां आर्थराइटिस (Arthritis) या ऑस्टियोआर्थराइटिस (Osteoarthritis) जैसी समस्याएं सिर्फ बुजुर्गों में पाई जाती थीं, अब 25 से 40 की उम्र के लोग भी इसकी चपेट में आ रहे हैं।
🔍 जोड़ों की बीमारी के मुख्य कारण:
- घंटों बैठकर काम करना (Sedentary lifestyle)
- वजन का बढ़ना (Obesity)
- पोषक तत्वों की कमी
- अत्यधिक एक्सरसाइज या गलत पॉश्चर
- आनुवंशिक कारण
⚠️ इन लक्षणों को न करें नजरअंदाज:
- जोड़ों में अकड़न या जकड़न
- चलने-फिरने में दर्द
- हल्की सूजन
- सुबह उठते ही जोड़ों में कठोरता
- सीढ़ी चढ़ने या उठने में कठिनाई
🛡 बचाव के उपाय:
- संतुलित आहार लें जिसमें कैल्शियम और विटामिन D भरपूर हो
- नियमित हल्की एक्सरसाइज करें
- वजन नियंत्रित रखें
- लंबे समय तक एक ही पॉजिशन में न बैठें
- डॉक्टरी सलाह से समय-समय पर चेकअप कराएं
📢 याद रखें, जोड़ों की बीमारी का इलाज तभी संभव है जब आप शुरुआती लक्षण पहचानकर समय पर एक्शन लें। देर करने पर ये समस्या क्रॉनिक बन सकती है।