अमेरिका ने ईरान को फिर से बातचीत की मेज पर लाने के लिए राजनयिक प्रयास तेज कर दिए हैं।
🤝 पर्दे के पीछे बातचीत
- अमेरिका और मिडिल ईस्ट के देशों ने ईरान से गुप्त बातचीत की है।
- यह वार्ता ईरान-इजराइल संघर्ष के बाद हुई है।
- व्हाइट हाउस में हुई मीटिंग में इस पर लंबी चर्चा हुई।
📃 क्या है नया प्रस्ताव?
- ईरान से कहा गया है कि वह यूरेनियम संवर्धन रोक दे।
- बदले में उसे 20-30 बिलियन डॉलर का निवेश मिलेगा।
- यह निवेश सिर्फ सिविल एनर्जी प्रोजेक्ट्स के लिए होगा।
💰 मिल सकती है वित्तीय राहत
- अमेरिका 6 बिलियन डॉलर की फ्रीज़ की गई रकम को जारी कर सकता है।
- ईरान को विदेशी खातों तक पहुंच दी जाएगी।
- अमेरिका ने सुझाव दिया है कि ईरान यूरेनियम आयात कर सकता है, लेकिन खुद नहीं बनाएगा।
📌 ट्रंप प्रशासन की भूमिका
- ट्रंप ने कहा, “अगले हफ्ते ईरान से बैठक होगी।”
- हालांकि ईरान के विदेश मंत्रालय को इसकी जानकारी नहीं है।
- बातचीत में ट्रंप के दूत स्टीव विटकॉफ अहम भूमिका निभा रहे हैं।
🧠 निष्कर्ष
बड़ा सवाल यह है कि क्या ईरान अमेरिका की इन शर्तों को मानेगा?
या फिर यह वार्ता भी पिछले समझौतों की तरह अधूरी रह जाएगी?
🔍 इस जटिल परमाणु डील पर नज़र बनाए रखिए – क्योंकि इसका असर पूरी दुनिया पर पड़ेगा।