जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय में आमुखीकरण कार्यक्रम
जोधपुर, 16 सितंबर – जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय के राजस्थानी विभाग में एमए प्रथम सेमेस्टर के नव प्रवेशी विद्यार्थियों के लिए आमुखीकरण कार्यक्रम मंगलवार को न्यू कैम्पस भाषा प्रकोष्ठ स्थित राजस्थानी सभागार में आयोजित हुआ।
प्रो. रैगर का संदेश
कार्यक्रम के मुख्यअतिथि और कला संकाय के पूर्व अधिष्ठाता प्रो. केएल रैगर ने विद्यार्थियों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 (एनईपी) के तहत परीक्षा पद्धति, क्रेडिट सिस्टम, सतत मूल्यांकन, मिड-टर्म टेस्ट और मुख्य परीक्षाओं की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि एनईपी में मातृभाषाओं को महत्व देना भारतीय शिक्षा के लिए शुभ संकेत है। प्रो. रैगर ने राजस्थानी भाषा को प्राचीन, समृद्ध और संवैधानिक मान्यता की हकदार बताते हुए इसके संरक्षण और अध्ययन की आवश्यकता पर जोर दिया।
विभागाध्यक्ष की प्रेरणा
राजस्थानी विभागाध्यक्ष डॉ. गजेसिंह राजपुरोहित ने राजस्थानी भाषा, साहित्य और एमए पाठ्यक्रम की जानकारी दी और विद्यार्थियों को नियमित कक्षाओं में उपस्थित होकर अध्ययन करने की प्रेरणा दी।
कार्यक्रम की रूपरेखा
कार्यक्रम के प्रारंभ में अतिथियों का माल्यार्पण कर स्वागत किया गया। संचालन माधुसिंह भाटी ने किया। इस अवसर पर विभागीय शोधार्थी विष्णु शंकर, जगदीश और मगराज समेत अन्य कर्मचारी मौजूद रहे।
निष्कर्ष
यह कार्यक्रम नव प्रवेशी विद्यार्थियों को एनईपी-2020 के तहत मातृभाषाओं के महत्व के बारे में जागरूक करने और राजस्थानी भाषा-साहित्य के अध्ययन को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया।