बलरामपुर में सरकारी स्कीम के नाम पर साइबर ठगी का नया जाल
छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में साइबर अपराधियों ने लोगों को ठगने का नया तरीका अपनाया है। व्हाट्सएप ग्रुपों में पीएम किसान, प्रधानमंत्री आवास योजना जैसी सरकारी योजनाओं के नाम पर एपीके फाइलें भेजकर साइबर ठगी की जा रही है। लोग जैसे ही इन फाइलों को डाउनलोड करते हैं, उनका मोबाइल हैकरों के कब्जे में चला जाता है।
कैसे फैलाया जा रहा है वायरस
इन फाइलों में सरकारी लोगो और भरोसेमंद नामों का इस्तेमाल किया जाता है। संदेशों में लिखा होता है – “जल्दी करें, रजिस्ट्रेशन शुरू है।” जैसे ही कोई व्यक्ति फाइल खोलता है, फोन में मालवेयर इंस्टॉल हो जाता है जो ओटीपी, कॉल लॉग और बैंकिंग डेटा चुरा लेता है।
साइबर प्रभारी की चेतावनी
बलरामपुर साइबर प्रभारी हिम्मत सिंह शेखावत ने बताया कि ये सभी एप्लीकेशन गूगल प्ले स्टोर की नहीं होतीं बल्कि फर्जी लिंक से डाउनलोड कराई जाती हैं। उन्होंने कहा, “इन फाइलों को डाउनलोड न करें, क्योंकि इनमें डाले गए डेटा सीधे हैकर तक पहुंच जाते हैं।”
बचाव के उपाय
शेखावत ने कहा कि व्हाट्सएप हैकिंग से बचने के लिए “टू-स्टेप वेरिफिकेशन ऑन” करें और “मीडिया ऑटो डाउनलोड” ऑफ रखें। किसी भी लिंक पर क्लिक करने से पहले तीन कदम अपनाएं – रुको, सोचो, फिर एक्शन लो।
अगर फोन हैक हो जाए तो तुरंत मोबाइल स्विच ऑफ करें ताकि इंटरनेट डेटा बंद हो जाए और हैकर को सूचना न मिले।
जागरूकता ही सुरक्षा
उन्होंने कहा कि संदिग्ध संदेश दिखने पर तुरंत रिपोर्ट करें, ग्रुप एडमिन को सूचित करें और आसपास के लोगों को जागरूक करें। क्योंकि अब एक गलत क्लिक से पूरी डिजिटल पहचान और बैंक अकाउंट खतरे में पड़ सकता है।




