जयपुर, 3 अक्टूबर।
राजस्थान के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और भरतपुर के वरिष्ठ नेता गिर्राज प्रसाद तिवारी का 105 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उनके निधन से पूरे प्रदेश में शोक की लहर है।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें और शोकाकुल परिवार को यह दुःख सहने की शक्ति प्रदान करें। मुख्यमंत्री आज सुबह 11:30 बजे हेलिकॉप्टर से भरतपुर पहुंचकर अंतिम संस्कार में शामिल होंगे।
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि तिवारी का जीवन संयमित और प्रेरणादायक रहा। उनकी जिंदादिली और तेज स्मरणशक्ति सभी को प्रभावित करती थी।
राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े और विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने भी शोक व्यक्त किया। देवनानी ने कहा कि तिवारी संसदीय परंपराओं के गहरे जानकार थे और उनका सार्वजनिक जीवन निष्ठा, सरलता तथा जनसेवा को समर्पित रहा।
गिर्राज प्रसाद तिवारी का अंतिम संस्कार आज उनके पैतृक गांव बिड्यारी, बयाना में किया जाएगा। परिवारजन, समर्थक और राजनीतिक व सामाजिक संगठन उनके जीवन और योगदान को श्रद्धांजलि देंगे।
1920 में जन्मे तिवारी ने वकालत से अपने करियर की शुरुआत की और बाद में राजनीति में कदम रखा। वे स्थानीय स्तर पर प्रधान और जिला प्रमुख भी रहे। दो बार विधायक चुने गए तिवारी ने जनता की समस्याओं को सदन में मजबूती से उठाया। उन्होंने पांचवीं और आठवीं विधानसभा में सदस्यता निभाई और 1985 से 1990 तक राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष रहे। इसके अलावा, वे गृह समिति और विशेषाधिकार समिति के सदस्य भी थे।
उनका निधन राजस्थान की राजनीति और समाज के लिए एक अपूरणीय क्षति है।