📍 नई दिल्ली, 16 जून (हि.स.) — दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने सीमापुरी में वर्ष 2014 के दंगा मामले में फरार चल रहे आरोपित अकील को 9 साल बाद गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित ने पुलिस टीम पर पथराव कर चार पुलिसकर्मियों को घायल किया था।
⚖️ क्या है मामला?
9 मई 2014 को उत्तर प्रदेश पुलिस की टीम थाना साहिबाबाद के तत्कालीन एसएचओ इंस्पेक्टर उपेंद्र के नेतृत्व में सीमापुरी स्थित एफ-30 पते पर वांछित आरोपियों नौशाद, अजीज और शेरू की गिरफ्तारी के लिए पहुंची थी। तभी अकील ने अपने परिजनों और अन्य लोगों के साथ मिलकर पुलिस टीम पर हमला कर दिया।
हमले में चार पुलिसकर्मी घायल हुए और एक सरकारी बोलेरो वाहन क्षतिग्रस्त हो गया। घटना के बाद सीमापुरी थाने में मुकदमा दर्ज हुआ और अकील को गिरफ्तार किया गया, लेकिन वह बाद में न्यायिक प्रक्रिया से बचते हुए फरार हो गया।
⚠️ अदालत ने घोषित किया था भगोड़ा
30 सितंबर 2016 को कोर्ट ने अकील को भगोड़ा घोषित कर दिया था।
📜 कैसे हुई गिरफ्तारी?
15 जून को हेड कांस्टेबल प्रिंस को गुप्त सूचना मिली, जिसके बाद एसआई शैलेन्द्र की टीम ने सीमापुरी क्षेत्र से अकील को दबोच लिया। गिरफ्तारी के बाद उसे स्थानीय थाने में सौंपा गया और न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
📌 महत्वपूर्ण तथ्य
• 2014 के दंगा मामले में था वांछित
• कोर्ट ने 2016 में घोषित किया था भगोड़ा
• पुलिस टीम पर किया था हमला, 4 घायल
• बोलेरो वाहन भी क्षतिग्रस्त
• गुप्त सूचना पर क्राइम ब्रांच ने किया गिरफ्तार